हिंदी
जिले के सातों धरमपुर गांव में दबंगों ने गरीब महिला के घर पर अवैध कब्जा कर लिया। पीड़ित महिला ने एसपी फतेहपुर को शिकायती पत्र देकर न्याय की मांग की। स्थानीय लोगों का आरोप है कि थानेदार की मिलीभगत के कारण अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
फतेहपुर में दबंगों का आतंक
Fatehpur: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में दबंगों का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है। जिले के असोथर थाना क्षेत्र के सातों धरमपुर गांव में एक गरीब महिला के घर पर दबंगों और पड़ोसियों ने मिलकर अवैध कब्जा कर लिया। घटना के दौरान महिला की बड़ी बहन के विरोध करने पर उन्हें लाठी-डंडों से पीटा गया और घर से बाहर निकाल दिया गया।
पीड़िता ने आरोप लगाया कि जब वह और उनके परिवार के लोग रिश्तेदारी में गए थे, उसी दौरान पड़ोसियों ने दबंगों के साथ मिलकर उनका घर कब्जे में ले लिया। पीड़िता ने यह भी कहा कि थानेदार ने पैसे लेकर इस कब्जे में सहयोग किया, जिसके कारण अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
पीड़िता ने बताया कि कब्जा किए गए घर में उन्हें प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जा रही है। इसके कारण वह और उनका परिवार पिछले 11 दिनों से जंगल में पन्नी डालकर रहने को मजबूर हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यह स्थिति उनके जीवन और सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा कर रही है।
पीड़िता ने आज एसपी फतेहपुर के पास शिकायती पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई। उन्होंने बताया कि थाने में कई बार शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। पीड़िता का कहना है कि थानेदार की मिलीभगत और दबंगों की धमकियों के कारण उन्हें प्रशासन से न्याय नहीं मिल रहा।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि ऐसे मामले जिले में आम होते जा रहे हैं। दबंग लोग खुलेआम महिलाओं के साथ मारपीट, अभद्रता और गुंडागर्दी कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस और प्रशासन दबंगों के पैसों और प्रभाव के आगे नतमस्तक हो गए हैं।
फतेहपुर में दर्दनाक हादसा: हाईटेंशन लाइन के नीचे पेड़ की डाल गिरने से किसान की मौत, परिवार में मातम
घटना ने महिलाओं की सुरक्षा पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय महिलाओं ने बताया कि दबंग और प्रभावशाली लोग उन्हें खुलेआम धमका रहे हैं और उनके घर और संपत्ति पर कब्जा कर रहे हैं। पीड़ित परिवार की सुरक्षा को देखते हुए प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग की जा रही है।
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि पुलिस और थानेदार दबंगों के साथ मिलीभगत कर रहे हैं। इस वजह से पीड़ित महिला और उनका परिवार न्याय पाने में असमर्थ है। एसपी के पास शिकायत पहुंचने के बाद प्रशासन ने मामले की जांच करने की बात कही है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।