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फतेहपुर जिले के धाता नगर पंचायत क्षेत्र में एक दर्दनाक हादसे में किसान की जान चली गई। खेत में नलकूप पर गए किसान के ऊपर अचानक पेड़ की भारी डाल गिर पड़ी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मृतक के घर में मातम का माहौल
Fatehpur: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के धाता नगर पंचायत क्षेत्र से एक दर्दनाक घटना सामने आई है। कस्बे के पुरानी बाजार मोहल्ला, ठाकुर दरियाव सिंह दक्षिणी खात निवासी 55 वर्षीय किसान महेंद्र सिंह की पेड़ की डाल गिरने से मौत हो गई। यह हादसा उस समय हुआ, जब वह अपने खेत में स्थित नलकूप पर गए हुए थे। अचानक हुई इस दुर्घटना ने पूरे इलाके को शोक में डुबो दिया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, मृतक महेंद्र सिंह पुत्र स्वर्गीय वीरभान सिंह पेशे से किसान थे और खेती-बाड़ी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते थे। परिजनों और ग्रामीणों के अनुसार, उनके खेत के पास से चार खंभों वाली हाईटेंशन विद्युत लाइन गुजर रही है।
इसी लाइन के नीचे एक बड़ा पेड़ खड़ा था, जिसे ठेकेदार द्वारा कटवाया जा रहा था। बताया गया कि सुरक्षा मानकों की अनदेखी के बीच पेड़ काटने का कार्य किया जा रहा था।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पेड़ कटाई के दौरान अचानक उसकी एक भारी डाल टूटकर नीचे आ गिरी, जो सीधे महेंद्र सिंह के सिर पर जा लगी। तेज आवाज के साथ हुई इस घटना में वह गंभीर रूप से घायल होकर जमीन पर गिर पड़े। घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई और आसपास मौजूद लोग दौड़ पड़े। किसी को समझ नहीं आया कि इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हो गई।
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ग्रामीणों ने तत्काल इसकी सूचना परिजनों को दी। परिवार के लोग मौके पर पहुंचे और गंभीर हालत में महेंद्र सिंह को मंझनपुर जिला अस्पताल ले जाया गया। हालांकि, अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सकों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों की इस सूचना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।
महेंद्र सिंह की मौत की खबर फैलते ही पूरे मोहल्ले और आसपास के गांवों में शोक की लहर दौड़ गई। मृतक अपने पीछे पत्नी और एकमात्र पुत्र अभिषेक सिंह उर्फ अवि सिंह को छोड़ गए हैं। अभिषेक सिंह बेंगलुरु में एक निजी कंपनी में इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं। परिजनों ने बताया कि बेटे को घटना की सूचना दे दी गई है और उसके बेंगलुरु से आने के बाद ही अंतिम संस्कार किया जाएगा।
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इस घटना को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश भी देखने को मिल रहा है। लोगों का कहना है कि हाईटेंशन लाइन के नीचे पेड़ कटवाने के दौरान पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम नहीं किए गए, जिसका खामियाजा एक किसान को अपनी जान देकर चुकाना पड़ा। ग्रामीणों ने प्रशासन से मामले की जांच कर जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की मांग की है।
वहीं इस संबंध में धाता थाने के थानाध्यक्ष अरविंद कुमार राय ने बताया कि अभी तक इस घटना की आधिकारिक सूचना थाने को प्राप्त नहीं हुई है। सूचना मिलने के बाद आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी।