

बलिया के वायना गांव में 11000 वोल्ट के एचटी तार की चपेट में आने से तीन नीलगायों की मौत हो गई। ग्रामीणों ने बिजली विभाग की लापरवाही पर विरोध जताया और कार्रवाई की मांग की। पढ़ें पूरी खबर
नीलगाय (सोर्स- इंटरनेट)
Ballia: उत्तर प्रदेश के बलिया जनपद फेफना थाना क्षेत्र के वायना गांव में रविवार को एक दर्दनाक घटना घटी, जहां एचटी तार की चपेट में आने से तीन नीलगाय की मौत हो गई।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के मुताबिक यह घटना उस समय हुई जब गांव निवासी बेचन राम के खेत से गुजर रहे 11000 वोल्ट के खंबे बरसात के कारण नीचे की तरफ झुक गए और रात में घूम रही नीलगायें इसकी चपेट में आ गईं।
घटना की जानकारी
घटना की जानकारी रविवार की सुबह किसान बेचन राम को हुई, जब वह अपने खेत की ओर गए। उन्होंने देखा कि तीन नीलगाय मृत पड़ी हुई थी। इसके बाद उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचित किया। बता दें कि सूचना मिलते ही फेफना पुलिस मौके पर पहुंची और मरी हुई नीलगायों के शव को कब्जे में लेकर विधिक कार्रवाई शुरू की।
पुलिस की कार्रवाई
फेफना पुलिस ने मरी हुई नीलगायों के शव को पास में स्थित खाली जमीन पर दफनवा दिया। इसके अलावा, लाइनमैन को बुलाकर तार को ऊपर किया गया, ताकि आगे ऐसी घटनाएं न हों।
ग्रामीणों का विरोध
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि खंबे को सीधा नहीं किया गया और तार को सही ढंग से नहीं किया गया, तो वे आंदोलन करने को बाध्य होंगे। ग्रामीणों का कहना है कि उनकी जान-माल की सुरक्षा की जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह घटना बलिया जिले में बिजली विभाग की लापरवाही को उजागर करती है। ग्रामीणों की मांग है कि बिजली विभाग को खंबों और तारों की नियमित जांच करनी चाहिए, ताकि आगे ऐसी घटनाएं न हों। प्रशासन को भी इस मामले में ध्यान देना चाहिए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
अन्य घटनाएं
उत्तर प्रदेश में ऐसी घटनाएं काफी देखने को मिली है, जिसमें जानवरों की बेरहमी से जान चली गई। जैसे कानपुर प्राणी उद्यान में दो लकड़बग्घे आपस में भिड़ गए, जिसमें एक की मौत हो गई। मृत लकड़बग्घे का शव विद्युत शवदाह गृह में जला दिया गया। वहीं गोरखपुर में बर्ड फ्लू से बाघिन की मौत और इटावा सफारी पार्क में बर्ड फ्लू का खतरा।