

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में एक छात्र के साथ हुई घटना ने पुलिस की तत्परता और समझदारी को साबित कर दिया। इस प्रेरणादायक मामले में पुलिस ने अपने कदमों से लोगों का दिल जीता और एक अनदेखी समस्या का बेहतरीन समाधान किया। इस मामले ने सभी का दिल जीत लिया है।
गोरखपुर: एक प्रेरणादायक घटना में गोरखपुर ट्रैफिक पुलिस ने अपनी तत्परता और सूझबूझ का परिचय देते हुए देवरिया जिले के रहीमपुर थाना क्षेत्र के छात्र अनस की बड़ी मदद की। अनस, जो गोरखपुर में नीट की तैयारी कर रहा है, आज अपने गांव से जरूरी खाने-पीने का सामान लेकर रेलवे कैंट स्टेशन पहुंचा। वहां से ई-रिक्शा पकड़कर महाराणा प्रताप तिराहा स्टेशन उतरा, लेकिन ई-रिक्शा चालक बिना ध्यान दिए अनस का बैग वहीं छोड़कर आगे चल पड़ा।
बैग गायब होने पर अनस काफी परेशान हो गया। उसने खोजबीन की, लेकिन सामान कहीं नहीं मिला। निराशा में वह ट्रैफिक पुलिस के पास पहुंचा और पूरी घटना बताई। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। हेड कांस्टेबल यशपाल ने अनस से ई-रिक्शा का नंबर पूछा, लेकिन छात्र ने उल्टा नंबर बताया। पुलिस ने जल्द ही नंबर सही किया और वाहन को ट्रेस करना शुरू किया।
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पुलिस ने ई-रिक्शा नंबर UP53KT7806 को ट्रेस कर चालक विकास कुमार से संपर्क किया। विकास कुमार को स्टेशन बुलाकर छात्र का छूटा हुआ समान उसे वापस दिलाया गया। अनस ने पुलिस की तत्परता और सेवा के लिए धन्यवाद किया और कहा कि यदि पुलिस नहीं होती तो उसका सामान वापस पाना मुश्किल था।
यह घटना गोरखपुर पुलिस की मानवता और जनसेवा के प्रति समर्पण की मिसाल बनी है। पुलिस की सूझबूझ और तत्परता ने यह साबित कर दिया कि वे हर नागरिक की हर कठिनाई में मदद के लिए तत्पर हैं। इस सकारात्मक घटना ने लोगों के दिलों में पुलिस के प्रति विश्वास और सम्मान बढ़ाया है।
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यह घटना हमें सिखाती है कि सही दिशा में प्रयास और समझदारी से किसी भी समस्या का समाधान संभव है। गोरखपुर ट्रैफिक पुलिस की इस सेवा ने यह संदेश दिया कि वे केवल कानून लागू करने वाले नहीं, बल्कि नागरिकों के सहयोगी और संरक्षक भी हैं।