

2012 के सनसनीखेज हत्याकांड के मामले में न्यायालय ने दो अपराधियों को कड़ी सजा सुनाई है। डाइनामाइट न्यूज़ पर पढ़ें पूरी खबर
प्रतीकात्मक फोटो (सोर्स- इंटरनेट)
गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जनपद के कुख्यात टॉप-10 अपराधी चन्दन सिंह उर्फ देवकी नन्दन सिंह को लेकर बड़ी सजा सुनाई गई। दोनों अपराधियों को 2012 के सनसनीखेज हत्याकांड के मामले में न्यायालय ने आजीवन कारावास और 50,500 रुपये के अर्थदंड की सजा सुनाई है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, यह फैसला उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक के “ऑपरेशन कनविक्शन” अभियान के तहत चिलुआताल पुलिस की प्रभावी पैरवी और मॉनिटरिंग सेल की मेहनत का नतीजा है। इस सजा के बाद, क्षेत्र में अपराधियों के बीच दहशत पैदा हो गई है। वर्ष 2012 में थाना चिलुआताल पर दर्ज मुकदमा संख्या 475/2012 (धारा 302 भादवि और 7 सीएलए एक्ट) में कुशहरा गांव निवासी चन्दन सिंह पुत्र दीनानाथ सिंह को हत्या का दोषी पाया गया था। इस मामले ने उस समय पूरे जनपद में सनसनी फैला दी थी।
कोर्ट ने चन्दन सिंह को सुनाई सजा
वहीं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, गोरखपु राज करन नैय्यर के निर्देशन में प्रभारी निरीक्षक अतुल कुमार श्रीवास्तव ने अपनी टीम के साथ मामले की गहन जांच और पैरवी की। मॉनिटरिंग सेल और थाने के पैरोकारों ने अदालत में पुख्ता सबूत और गवाह पेश किए, जिसके आधार पर अपर सत्र न्यायाधीश/विशेष न्यायाधीश (भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम), कोर्ट नंबर-04 ने 13 जून 2025 को चन्दन सिंह को दोषी ठहराते हुए कठोर सजा सुनाई।
इस मामले में AGDC अतुल कुमार शुक्ला और AGDC धर्मेंद्र कुमार दूबे की कानूनी पैरवी ने अहम भूमिका निभाई। उनकी कुशल रणनीति और ठोस तर्कों ने अभियोजन पक्ष को मजबूत किया। “ऑपरेशन कनविक्शन” के तहत गोरखपुर पुलिस की यह उपलब्धि अपराधियों के खिलाफ कड़े रुख का प्रमाण है।
पुलिस मुठभेड़ में आरोपी हुआ गिरफ्तार
गौरतलब है कि गोरखपुर पुलिस इन दिनों अपराधियों के खिलाफ कड़ा एक्शन लेते दिखाई दे रही है। इसी क्रम में बेलघाट थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक सनसनीखेज कार्रवाई की। जहां, दुष्कर्म के मामले में वांछित अभियुक्त शफीक खान उर्फ गोलू को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। इस ऑपरेशन में पुलिस ने न केवल अपराधी को पकड़ा, बल्कि उसके कब्जे से एक अवैध तमंचा और एक खोखा कारतूस भी बरामद किया। यह कार्रवाई वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर राज करन नैयर के निर्देश पर चलाए जा रहे महिला अपराधों के खिलाफ अभियान का हिस्सा थी।