

मोहम्मदपुर खाला के बसौली गांव में बीती रात दो बाइकों की टक्कर में शिक्षक विद्युतकांत पांडेय की मौत हो गई, जबकि सोनू गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे से परिवार में शोक की लहर दौड़ गई है।
दो बाइकों की टक्कर में शिक्षक की मौत
Barabanki: मोहम्मदपुर खाला थाना क्षेत्र के बसौली गांव में बीती रात एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसमें एक शिक्षक की मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। यह हादसा मोहम्मदपुर खाला सूरतगंज मार्ग पर हुआ, जब दो बाइकों के बीच जोरदार टक्कर हो गई। इस हादसे ने परिवार में कोहराम मचा दिया है और स्थानीय क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है।
हादसा उस समय हुआ जब विद्युतकांत पांडेय, जो कि पेशे से शिक्षक और टेंट व्यवसायी थे, व्यक्तिगत कार्य से बसौली गांव जा रहे थे। वह अपनी बाइक से जैसे ही गांव की ओर मुड़ने लगे, तभी सामने से तेज रफ्तार में आ रही सोनू नामक युवक की बाइक ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भयंकर थी कि दोनों बाइक सवार सड़क पर गिर पड़े और गंभीर रूप से घायल हो गए।
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हादसे के बाद आसपास के ग्रामीणों ने तुरंत दोनों को उठाया और फतेहपुर सीएचसी (कम्युनिटी हेल्थ सेंटर) भेजा। अस्पताल में डॉक्टरों ने विद्युतकांत पांडेय की गंभीर स्थिति देखते हुए उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने विद्युतकांत पांडेय को मृत घोषित कर दिया। इस दर्दनाक घटना से उनका परिवार पूरी तरह से टूट गया है, खासकर उनकी पत्नी ऊषा पांडेय, जो खुद एक शिक्षिका हैं, और उनके बच्चों सृजन और श्रेष्ठी पर इस अचानक हुए हादसे का गहरा असर पड़ा है।
इस दुर्घटना में घायल हुए दूसरे व्यक्ति, सोनू निवासी लालभारी को भी उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है, लेकिन उनकी स्थिति अभी गंभीर बताई जा रही है। डॉक्टरों के मुताबिक, सोनू के शरीर पर कई गंभीर चोटें आई हैं और वह अभी भी होश में नहीं आए हैं।
हादसे के बारे में जानकारी मिलने के बाद मोहम्मदपुर खाला थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। पुलिस ने बताया कि दोनों बाइकों की रफ्तार काफी तेज थी, और अचानक मुड़ने की वजह से यह दुर्घटना हुई। पुलिस ने सोनू के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और मामले की जांच जारी है।
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वहीं, हादसे के बाद स्थानीय निवासियों और परिजनों के बीच शोक का माहौल है। विद्युतकांत पांडेय के निधन से उनके परिवार में हर कोई गहरे सदमे में है। उनके परिवार और बच्चों को संभालने के लिए गांव के लोग लगातार उनके पास पहुंच रहे हैं। एक शिक्षक के रूप में विद्युतकांत पांडेय ने हमेशा बच्चों को अच्छी शिक्षा देने की कोशिश की और अपने व्यवसाय के जरिए गांव में एक अच्छा नाम कमाया था।