

देवरिया पुलिस में इस वक्त हड़कंप मचा हुआ है। जनपद के पुलिस अधीक्षक विक्रान्त वीर ने तीन पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया है। यहां देखें पूरी सूची
देवरिया में तीन पुलिस कर्मी निलंबित (सोर्स- इंटरनेट)
देवरिया: उत्तर प्रदेश के देवरिया जनपद से एक बड़ी और हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है, जिसने पुलिस थाने में हड़कंप मचा दी। बता दें कि देवरिया पुलिस अधीक्षक विक्रान्त वीर ने एक उपनिरीक्षक और दो आरक्षियों को निलंबित कर दिया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार एसपी विक्रांत वीर ने यह बड़ी कार्रवाही खुखुंदू थाने में तैनात पुलिस कर्मियों के साथ की है। इस लिस्ट में उप निरीक्षक विनय कुमार सिंह (पीएनओ 902320161), आरक्षी जगन्नाथ राम (पीएनओ 162307580) और आरक्षी पंकज शुक्ला (पीएनओ 202220220) के नाम शामिल है।
अन्य कार्रवाई
एसपी ने थाना खुखुंदू जनपद देवरिया द्वारा कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही और उदासीनता बरतने के आरोप में निलंबित किया गया है और विभागीय कार्यवाही संस्थित की गयी है। इस दौरान एसपी ने भलुअनी थाना में तैनात उप निरीक्षक कमलेश कुमार शारदा और थाना सलेमपुर में तैनात आरक्षी रोहित यादव को पुलिस लाइन देवरिया भेज दिया है। एसपी की इस कार्रवाई के बाद थाने में खलबली मच गई है।
गौतमबुद्ध नगर में भी हुए थे छह चौकी प्रभारी निलंबित
गौतमबुद्ध नगर की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े होने के बाद पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई की। जिले में कार्यशैली की लापरवाही और उच्चाधिकारियों के निर्देशों की अनदेखी के चलते छह पुलिस चौकी प्रभारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। साथ ही चार प्रमुख थाना प्रभारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
क्यों की गई कार्रवाई?
मली जानकारी के अनुसार यह सख्त कार्रवाई एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक के बाद की गई, जिसमें जिले में अपराध नियंत्रण, कानून व्यवस्था और आगामी कांवड़ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा की गई। बैठक में यह तथ्य सामने आया कि बीते दो महीनों में कई पुलिस चौकियों में 'zero preventive action' यानी कोई भी एहतियाती कार्रवाई नहीं हुई है। इससे स्पष्ट होता है कि संबंधित अधिकारी अपने कर्तव्यों के प्रति गंभीर नहीं हैं।
उच्च अधिकारियों के निर्देशों की अवहेलना
कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने इस लापरवाही को सीधे-सीधे उच्च अधिकारियों के निर्देशों की अवहेलना बताया और कहा कि इस तरह की निष्क्रियता को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। निलंबित किए गए चौकी प्रभारियों के नाम अभी सार्वजनिक नहीं किए गए हैं, लेकिन संबंधित विभागीय जांच जारी है।