

उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में सोशल मीडिया पर एक आपत्तिजनक पोस्ट के वायरल होने से भारी तनाव फैल गया है। पढे़ं डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी खबर
हर्ष पांडेय, सीओ ओबरा, सोनभद्र
सोनभद्र: यह मामला हाथीनाला थाना क्षेत्र का है, जहां एक युवक ने भगवान श्रीराम को लेकर अभद्र और अपमानजनक वीडियो इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया। वीडियो में डॉ. भीमराव आंबेडकर को श्रीराम की लाठी-डंडे से पिटाई करते हुए दिखाया गया है। इस वीडियो के वायरल होते ही हिंदू समुदाय में भारी आक्रोश फैल गया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, आरोप है कि यह वीडियो "suraj_jatav_up.64" नाम की इंस्टाग्राम आईडी से पोस्ट किया गया, जिसकी पहचान सूरज जाटव के रूप में हुई है। जैसे ही यह पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों ने कड़ी आपत्ति जताई और थाने में शिकायत दर्ज कराई।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस तुरंत हरकत में आई और आरोपी युवक सूरज जाटव को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने पोस्ट वायरल होने के बाद इसे अपने इंस्टाग्राम प्रोफाइल से हटा दिया था, लेकिन तब तक इसका स्क्रीनशॉट और वीडियो कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फैल चुका था।
हिंदू संगठनों ने इस पोस्ट को सनातन धर्म के प्रतीकों और आस्थाओं पर हमला बताते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की। लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं समाज में वैमनस्य फैलाने का कार्य करती हैं और इन पर समय रहते अंकुश लगाना आवश्यक है।
सीओ ओबरा हर्ष पांडेय ने मीडिया को बताया कि, सोशल मीडिया पर धार्मिक भावनाएं आहत करने वाला वीडियो पोस्ट करने वाले युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है और साइबर सेल को भी जांच के लिए लगाया गया है।
पुलिस ने बताया कि सूरज जाटव हाथीनाला थाना क्षेत्र का रहने वाला है और उसकी गतिविधियों पर पहले कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था, लेकिन इस घटना को गंभीरता से लेते हुए उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। मामले की जांच में यह भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या उसने यह पोस्ट किसी साजिश के तहत किया या फिर किसी अन्य के बहकावे में आकर।
स्थानीय प्रशासन ने क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया है। साथ ही सोशल मीडिया पर अफवाहें न फैलें, इसके लिए साइबर टीम लगातार निगरानी कर रही है। पुलिस और प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी भ्रामक सूचना को फैलाने से बचें और यदि कोई आपत्तिजनक पोस्ट दिखे तो तुरंत संबंधित थाने को सूचित करें।
प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि ऐसे मामलों में किसी भी प्रकार की ढिलाई नहीं बरती जाएगी।