

सोनभद्र के कुड़वा गांव में जहरीले जंतु के काटने से एक किशोरी की दर्दनाक मौत हो गई। जिसके बाद से परिवार में कोहराम मचा हुआ है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रोते- बिलखते परिजन
Sonbhadra: उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में एक हृदय विदारक घटना सामने आई है। कोन थाना क्षेत्र के कुड़वा गांव की रहने वाली 16 वर्षीय किशोरी काजल की जहरीले जंतु के काटने से मौत हो गई। गुरुवार सुबह करीब 6:30 बजे जब वह घर के पास घरेलू काम में लगी हुई थी, तभी किसी जहरीले जंतु ने उसके बाएं पैर के अंगूठे पर काट लिया। कुछ ही देर में अंगूठे से खून बहने लगा और वह बेहोश हो गई।
परिजनों ने बिना देर किए उसे निजी वाहन से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) दुद्धी पहुंचाया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। अस्पताल में मौजूद डॉ. विनोद कुमार सिंह ने जांच के बाद काजल को मृत घोषित कर दिया। किशोरी की मौत की खबर सुनते ही परिजन फूट-फूटकर रोने लगे। गांव में मातम छा गया।
प्रतीकात्मक छवि (फोटो सोर्स-इंटरनेट)
काजल, अजय की पुत्री थी और रोज की तरह उस दिन भी वह सुबह उठकर स्कूल जाने से पहले घर का काम निपटा रही थी। लेकिन किसी को यह अंदेशा नहीं था कि एक सामान्य सुबह ऐसी दर्दनाक घटना में बदल जाएगी। परिजनों के अनुसार काजल काफी होशियार और मेहनती थी, वह गांव के स्कूल में पढ़ाई करती थी और अपने परिवार की मदद भी करती थी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिस जंतु ने उसे काटा वह संभवतः कोई जहरीला कीड़ा या सांप हो सकता है। हालांकि परिजनों को यह स्पष्ट जानकारी नहीं मिल सकी कि वह कौन सा जीव था, जिसने यह जानलेवा हमला किया। घटना की सूचना मिलने के बाद गांव में भय और चिंता का माहौल है। स्थानीय लोग अब सुबह-सुबह घर के आसपास ज्यादा सतर्कता बरतने की बात कर रहे हैं।
डॉक्टरों का कहना है कि जंतु के काटने के बाद जो समय बर्बाद हुआ, वह काजल की जान नहीं बचा सका। यदि समय रहते उसे एंटी-वेनम या उचित इलाज मिल पाता, तो शायद उसकी जान बचाई जा सकती थी। यह घटना ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाओं की सीमित उपलब्धता पर भी सवाल खड़े करती है।
काजल की असमय मौत ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है। स्कूल के शिक्षक और सहपाठी भी उसकी मौत से गहरे सदमे में हैं। काजल की अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए और उसे नम आंखों से विदाई दी गई।