

हाथरस जिले की ग्राम पंचायत मिढ़ावली के नगला दुर्जिया गांव के एक साधारण किसान अजीत सिंह उस समय चौंक गए। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की ये रिपोर्ट
रुपये की प्रतीकात्मक फोटो (सोर्स-इंटरनेट)
हाथरस: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले की ग्राम पंचायत मिढ़ावली के नगला दुर्जिया गांव के एक साधारण किसान अजीत सिंह उस समय चौंक गए जब उन्होंने अपने एयरटेल पेमेंट बैंक खाते का बैलेंस चेक किया। मोबाइल स्क्रीन पर जो रकम दिखी, उसने उन्हें पलभर के लिए दुनिया का सबसे अमीर किसान बना दिया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, उनके खाते में दस नील रुपये यानी एक हजार खरब से भी अधिक की राशि जमा दिख रही थी। यह रकम इतनी बड़ी है कि इसका अंदाजा लगाना तक आसान नहीं है। इस राशि की तुलना कई राज्यों के सालाना बजट से की जा सकती है।
घबराए अजीत सिंह
अजीत सिंह के मुताबिक, पिछले महीने 24 अप्रैल को उनके खाते से अचानक 1800 रुपये कट गए थे। इस कटौती के बाद से वह अक्सर अपना बैंक बैलेंस चेक करते रहते थे, ताकि दोबारा कोई गड़बड़ी न हो। रविवार को जब उन्होंने फिर से बैलेंस चेक किया, तो वह हैरान रह गए। उनके खाते में अचानक एक कल्पनातीत राशि दिखाई दी। घबराए अजीत सिंह ने तुरंत बैंक के कस्टमर केयर से संपर्क किया।
साइबर क्राइम सेल
बैंक प्रतिनिधियों ने उन्हें बताया कि यह संभवतः किसी तकनीकी त्रुटि का परिणाम हो सकता है, क्योंकि इतनी बड़ी रकम किसी भी आम नागरिक के खाते में नहीं आ सकती। अजीत सिंह ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए स्थानीय कोतवाली सादाबाद में शिकायत दर्ज कराई और साथ ही साइबर क्राइम सेल को भी इस मामले की जानकारी दी।
किसान अजीत सिंह का कहना है कि पहले उनके खाते से पैसे गायब हुए और अब इस तरह की राशि अचानक उनके खाते में डाल दी गई। उन्हें आशंका है कि कोई साइबर अपराधी उन्हें फंसाने की साजिश कर रहा है। उन्होंने अपनी ओर से पूरी ईमानदारी से पुलिस और बैंक अधिकारियों को सूचित किया है।
शिकायत दर्ज
इस मामले में सीओ हिमांशु माथुर ने बताया कि यह मामला प्रथम दृष्टया साइबर क्राइम से जुड़ा प्रतीत होता है। पीड़ित को सलाह दी गई है कि वह साइबर क्राइम सेल में औपचारिक शिकायत दर्ज कराएं ताकि इस गड़बड़ी की तह तक पहुंचा जा सके।
तकनीकी गड़बड़ी
बैंक अधिकारियों ने इस घटना को एक तकनीकी गड़बड़ी बताया है। उनके अनुसार, इतनी बड़ी रकम का किसी भी सामान्य खाते में आना संभव नहीं है। फिलहाल एहतियात के तौर पर अजीत सिंह का बैंक खाता फ्रीज कर दिया गया है, जिससे किसी भी प्रकार के धोखाधड़ी या गलत लेन-देन को रोका जा सके।