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जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने जैतूपुर स्थित 70 एमटी क्षमता वाले सॉलिड वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट का औचक निरीक्षण कर संचालन, अपशिष्ट प्रबंधन प्रक्रिया और तकनीकी उपकरणों का विस्तृत अवलोकन किया। यह कदम कूड़ा निस्तारण की क्षमता सुधारने और पर्यावरणीय मानकों को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से लिया गया।
जिलाधिकारी हर्षिता माथुर का औचक दौरा
Raebareli: जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने जैतूपुर स्थित 70 एमटी क्षमता वाले सॉलिड वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट का औचक निरीक्षण कर कार्य प्रणाली और कूड़ा निस्तारण की क्षमता का विस्तृत अवलोकन किया। उन्होंने निरीक्षण के दौरान प्लांट में चल रहे संचालन, अपशिष्ट प्रबंधन की प्रक्रिया और तकनीकी उपकरणों का बारीकी से जायजा लिया।
जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नियमों के अनुरूप वैज्ञानिक पद्धति से कूड़ा निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि नगर क्षेत्र के पुराने ठोस अपशिष्ट (लिगेसी वेस्ट) के निस्तारण के लिए आधुनिक तकनीक का प्रभावी उपयोग किया जाए, जिससे पर्यावरण सुधार में सकारात्मक परिणाम मिल सकें। साथ ही उन्होंने प्लांट के संचालन में पर्यावरणीय मानकों और सुरक्षा प्रोटोकॉल का पूर्ण पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
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ईओ नगर पालिका स्वर्ण सिंह ने बताया कि अब तक 35,000 टन लिगेसी वेस्ट का वैज्ञानिक प्रोसेसिंग और निस्तारण किया जा चुका है। इससे शहर के पुराने कूड़ा ढेरों में उल्लेखनीय कमी आई है और पर्यावरणीय सुधार में सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं।
स्वर्ण सिंह ने यह भी बताया कि 29,000 मीट्रिक टन अपशिष्ट का निस्तारण निविदा प्रक्रिया के माध्यम से कराया गया, जबकि शेष अपशिष्ट का निस्तारण नगर पालिका परिषद रायबरेली द्वारा स्वयं के संसाधनों से पूर्ण किया गया। उन्होंने बताया कि यह कदम नगर में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन को और अधिक प्रभावी बनाने और पर्यावरणीय गुणवत्ता सुधारने में मदद करेगा।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन सिद्धार्थ सहित अन्य कर्मचारी गण भी उपस्थित रहे। जिलाधिकारी ने अधिकारियों और कर्मचारियों को कूड़ा निस्तारण की सतत निगरानी और प्लांट संचालन की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए प्रेरित किया।
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जिलाधिकारी हर्षिता माथुर का यह औचक निरीक्षण नगर में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन को और प्रभावी बनाने, पर्यावरणीय सुधार को तेज करने और शहरवासियों के लिए स्वच्छ वातावरण सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।