

प्रयागराज के फाफामऊ क्षेत्र में गंगा स्नान करते समय तीन किशोर तेज धाराओं में डूब गए। गोताखोरों ने दो बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया, जबकि तीन बच्चे लापता हैं। मानसून के कारण जलस्तर बढ़ने से स्थिति गंभीर हुई।
थाना फाफामऊ (Img: Google)
Prayagraj: प्रयागराज जिले के फाफामऊ क्षेत्र में मंगलवार की दोपहर एक दर्दनाक हादसा सामने आया, जहां गंगा नदी में स्नान करते समय तीन किशोर डूब गए, जबकि दो बच्चों को गोताखोरों ने सुरक्षित बाहर निकाला। यह घटना भीम कुंडा मंदिर के पास मनसैता गांव के समीप हुई, जहां पांच दोस्त नहाने गए थे।
सूत्रों के मुताबिक, पांचों बच्चे अचानक गहरे पानी की ओर चले गए और तेज धाराओं में फंस गए। इस बीच गोताखोरों को बच्चों के डूबने की सूचना मिली और उन्होंने तत्परता दिखाते हुए शिवम पाल (14) और अमन पाल को नदी से बाहर निकाल लिया।
तीन किशोर लापता
दूसरी ओर, लकी पाल, रियाज पाल और उत्कर्ष पाल तेज जलधारा में पूरी तरह लापता हो गए। गोताखोरों की टीम शाम तक उनके खोज अभियान में जुटी रही। स्थानीय पुलिस और प्रशासन भी मौके पर मौजूद थे और राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं।
घटना के बाद गांव में छाया मातम
इस घटना से गांव में मातम छा गया है। बच्चों के परिजन आंसू बहाते नजर आए। एक साथ गांव के तीन किशोरों के लापता होने के बाद गांव वाले दहशत में हैं। यह हादसा मानसून के मौसम में गंगा के बढ़ते जलस्तर के कारण और भी गंभीर माना जा रहा है। प्रशासन ने इस घटना के बाद लोगों से विशेष सतर्कता बरतने की अपील की है।
प्रशासन ने दी चेतावनी
प्रशासन ने चेतावनी दी है कि बिना सुरक्षा उपकरणों और प्रशिक्षित गोताखोरों के गहरे पानी में न उतरें। जल स्तर बढ़ने की वजह से नदी में खतरनाक धाराएं बन जाती हैं, जो स्नान करने वालों के लिए घातक साबित हो सकती हैं।
प्रशासन ने लोगों को दी सलाह
फाफामऊ क्षेत्र में यह घटना लोगों के लिए एक गंभीर चेतावनी है कि वे नदी के जल स्तर और मौसमी परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए सुरक्षित रहने के उपाय करें। प्रशासन भी भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए और कड़े कदम उठाने की तैयारी कर रहा है। मानसून के कारण जलस्तर बढ़ने से स्थिति गंभीर हो गई है। प्रशासन ने क्षेत्र के लोगों को गंगा नदी में स्नान करते समय सतर्क रहने और बिना सुरक्षा के गहरे पानी में न उतरने की सलाह दी है।