

बरेली में जुमे की नमाज के बाद हुए उपद्रव और पुलिस कार्रवाई को लेकर सपा का प्रतिनिधिमंडल शनिवार को बरेली का दौरा करेगा। सपा ने पुलिस पर निर्दोषों पर लाठीचार्ज, गिरफ्तारी और संपत्ति तोड़फोड़ के आरोप लगाए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी जिलों में कड़ी सुरक्षा के निर्देश दिए हैं।
बरेली उपद्रव के बाद इलाके में पुलिस तैनात
Bareilly: बरेली में बीते शुक्रवार (26 सितंबर) को जुमे की नमाज के बाद हुए उपद्रव और उसके बाद प्रशासनिक कार्रवाई को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी का एक 14 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल शनिवार को बरेली पहुंच रहा है। इस दल का नेतृत्व उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय कर रहे हैं।
क्या है मामला?
26 सितंबर को जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम समाज के कुछ लोगों द्वारा ज्ञापन देने की योजना थी। सपा प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल के अनुसार, यह प्रदर्शन शांतिपूर्ण था, लेकिन पुलिस और पीएसी ने बिना उकसावे के लाठीचार्ज किया, जिसमें कई लोग घायल हो गए। इसके बाद बरेली प्रशासन ने 81 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, चार बारात घरों को सील किया और कई घरों व दुकानों पर बुलडोजर चलाया गया। वहीं, तीन संदिग्धों के साथ पुलिस द्वारा 'हाफ एनकाउंटर' किए जाने का भी आरोप सामने आया है।
बलिया में धर्म परिवर्तन कराने वाला गिरफ्तार, नौकरी-आवास और पैसों का दिया जा रहा था लालच
सपा प्रतिनिधिमंडल का उद्देश्य
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर यह प्रतिनिधिमंडल बरेली जाकर पीड़ित परिवारों से मुलाकात करेगा और उनकी समस्याओं की जानकारी लेकर डीआईजी व कमिश्नर से मुलाकात कर रिपोर्ट सौंपेगा।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल प्रमुख नेता
मेरठ में लाइव मर्डर करने वाला बदमाश एनकाउंटर में दबोचा, पड़ोसन के चक्कर में कर दिया था दोस्त का मर्डर
प्रदेश में शांति बनाए रखने के निर्देश
घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून-व्यवस्था की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि उपद्रवियों व माहौल बिगाड़ने वालों से सख्ती से निपटा जाए। जुमे की नमाज के दौरान प्रदेश भर में अलर्ट जारी किया गया। बरेली, लखनऊ, संभल, मुरादाबाद, अलीगढ़, वाराणसी, रामपुर जैसे संवेदनशील जिलों में अतिरिक्त पुलिस बल और पीएसी की तैनाती की गई।