

मुजफ्फरनगर पुलिस ने अंतर्राज्यीय वाहन चोरी के गिरोह के दो बदमाशों को गिरफ्तार किया। मुठभेड़ में एक आरोपी घायल हुआ है। पुलिस ने चोरी की कार, फर्जी नंबर प्लेट, लॉक डिकोडर और अवैध असलहे बरामद किए। जांच जारी है।
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Muzaffarnagar: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां शनिवार देर रात थाना नई मंडी पुलिस ने एक अंतर्राज्यीय वाहन चोरी करने वाले गिरोह के दो शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई के दौरान पुलिस और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ में एक बदमाश को गोली लग गई, जिससे वह घायल हो गया।
आरोपियों के कब्जे से क्या-क्या मिला?
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से चोरी की एक स्विफ्ट कार, फर्जी नंबर प्लेट, लॉक डिकोडर, दो मोबाइल फोन, एसीएम मशीन और अवैध असलहे बरामद किए हैं। इस कामयाब ऑपरेशन को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा के निर्देशन में अंजाम दिया गया। पुलिस अधीक्षक नगर सत्यनारायण प्रजापत, क्षेत्राधिकारी नई मंडी राजू कुमार साव और प्रभारी निरीक्षक बृजेश कुमार शर्मा ने इस कार्रवाई का नेतृत्व किया।
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कैसे हुई मुठभेड़
पुलिस के अनुसार 11 और 12 अक्टूबर की मध्यरात्रि को भोपा पुल के पास चेकिंग के दौरान एक तेज रफ्तार स्विफ्ट कार को रुकने का इशारा किया गया। लेकिन वाहन सवारों ने पुलिस के बैरियर को तोड़कर भागने की कोशिश की। पुलिस ने उनका पीछा किया। आरोपी कार संगम होटल के पास बिलासपुर की ओर भागे। इसी दौरान कार गड्ढे में फंस गई, तब बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी।
आरोपियों की पहचान
पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए मुठभेड़ की, जिसमें शहजाद नामक एक बदमाश गोली लगने से घायल हो गया। दूसरा आरोपी शादाब गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों आरोपी मुजफ्फरनगर के जानसठ थाना क्षेत्र के ग्राम महलकी के रहने वाले बताए गए हैं।
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अपराधियों का इतिहास
पूछताछ में दोनों आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे लॉक डिकोडर की मदद से कारों के ताले तोड़कर वाहन चोरी करते थे। चोरी की गई कारों को वे काफी स्थानों पर बेच देते थे। गिरफ्तार स्विफ्ट कार दिल्ली बॉर्डर क्षेत्र से चोरी की गई थी। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार दोनों आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास, आर्म्स एक्ट, गैंगस्टर एक्ट और अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने बताया कि यह गिरोह लंबे समय से वाहन चोरी की घटनाओं में सक्रिय था और इसके नेटवर्क की गहनता से जांच की जा रही है।