

कोल्हुई के बडहरा इन्द्रदत्त में प्रधानमंत्री आवास योजना में धांधली का मामला सामने आया है। ग्राम प्रधान पर अपात्र लोगों को लाभ दिलाने और शौचालय निर्माण में गड़बड़ी के गंभीर आरोप लगे हैं।
शिकायत लेकर पहुंचे ग्रामीण
Mahrajganj: महराजगंज के कोल्हुई क्षेत्र में प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत ग्राम सभा बडहरा इन्द्रदत्त, विकास खंड बृजमनगंज में ग्राम प्रधान पर गंभीर धांधली के आरोप लगे हैं। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से शिकायत की है कि अपात्र लोगों को लाभ दिलाने के लिए ग्राम प्रधान द्वारा अनुचित तरीके अपनाए जा रहे हैं। इस मामले में तत्काल जांच और कार्रवाई की मांग उठ रही है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, शिकायत में बताया गया है कि ग्राम प्रधान उन लोगों को PMAY के तहत आवास दे रहे हैं, जिनके पास पहले से लोहिया आवास, इंदिरा आवास या पक्का मकान मौजूद है। आरोप है कि ग्राम प्रधान धन उगाही कर रहे हैं और खाली पड़ी जगहों पर झोपड़ियां बनवाकर या बकरी पालन जैसे दिखावटी कार्यों के जरिए अपात्र लोगों को योजना का लाभ दिला रहे हैं। ग्राम सभा में 15-20 घरों में 45 आवासों का चयन इस तरह किया गया है, जो नियमों का उल्लंघन है।
शौचालय निर्माण में भी गड़बड़ी
शिकायत में यह भी सामने आया है कि ग्राम सभा में 25 शौचालय बनाए जाने थे, लेकिन एक भी शौचालय का निर्माण नहीं हुआ। इसके बावजूद, ग्राम प्रधान ने इनके लिए भुगतान करा लिया। यह सरकारी धन के दुरुपयोग का गंभीर मामला है, जिसकी जांच की मांग की जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि इस तरह की धांधली से पात्र लोगों को योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
जांच में देरी से जनता परेशान
ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से इस मामले की गहन जांच और ग्राम प्रधान के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है। हालांकि, शिकायतकर्ताओं का कहना है कि जांच अधिकारियों के पास समय की कमी है, जिसके कारण जांच प्रक्रिया में देरी हो रही है। यह स्थिति ग्रामीणों में असंतोष पैदा कर रही है।
जनहित में कार्रवाई जरूरी
ग्रामीणों ने मांग की है कि इस मामले का सत्यापन कर ग्राम प्रधान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि सरकारी योजनाओं का लाभ केवल पात्र लोगों तक पहुंचे। जिलाधिकारी से अपील की गई है कि इस प्रकरण को प्राथमिकता देकर त्वरित जांच और कार्रवाई की जाए।
ग्राम प्रधान का पक्ष
इस मामले में ग्राम प्रधान बड़हरा इंद्रदत्त किताबुल्लाह ने बताया कि सारे आरोप निराधार हैं। कुछ लोगों द्वारा सेल्फ सर्वे करके आवास के लिए आवेदन किया गया है, जांच-पड़ताल के बाद जो पात्र है उन्हीं को आवास दिया जाएगा।