

निजी स्कूल के वैन चालक का ड्राइविंग करते समय रील बनाने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी ख़बर
महराजगंज: उत्तर प्रदेश के महराजगंज के घुघली नगर स्थित एक निजी स्कूल के वैन चालक की घोर लापरवाही का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो को देखकर अभिभावकों और आम जनता में गहरी चिंता और आक्रोश व्याप्त हो गया है। वीडियो में वैन चालक को एक हाथ से मोबाइल फोन पर व्यस्त और दूसरे हाथ से गाड़ी चलाते हुए देखा जा सकता है। वैन में उस समय कई छोटे-छोटे बच्चे भी सवार थे, जिन्हें वह स्कूल ले जा रहा था।
वायरल वीडियो ने खोली सुरक्षा की पोल
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि चालक मोबाइल फोन पर स्क्रॉलिंग कर रहा है, जिससे उसकी नजरें सड़क से हट जाती हैं। यह स्थिति किसी भी बड़े हादसे को न्योता देने जैसी है। बच्चों की जान के साथ इस तरह का खिलवाड़ न सिर्फ गैर-जिम्मेदाराना है, बल्कि आपराधिक लापरवाही की श्रेणी में भी आता है।
लापरवाही का कोई नया मामला नहीं
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह पहली बार नहीं है जब किसी स्कूल वैन चालक को इस तरह की लापरवाही करते देखा गया हो। इससे पहले भी कई बार स्कूल वैनों में ओवरलोडिंग, तेज रफ्तार, और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी की शिकायतें सामने आई हैं। इसके बावजूद प्रशासन की ओर से कोई सख्त कार्रवाई न होने के कारण ऐसे चालकों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं।
अभिभावकों की मांग: तुरंत कार्रवाई हो
वीडियो वायरल होने के बाद अभिभावकों ने इस घटना पर गहरा आक्रोश व्यक्त करते हुए स्कूल प्रबंधन से त्वरित कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि बच्चों की सुरक्षा को लेकर स्कूल को अधिक सतर्क और जिम्मेदार होना चाहिए। अभिभावकों ने प्रशासन से भी सख्त कदम उठाने की अपील की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
स्कूल प्रशासन की जिम्मेदारी
स्कूल प्रशासन का यह दायित्व बनता है कि वे अपने ड्राइवरों की सही तरीके से ट्रेनिंग करवाएं और समय-समय पर उनकी जांच भी करें। इसके अलावा, वैन में सीसीटीवी कैमरे, फर्स्ट एड किट और एक प्रशिक्षित सहयोगी का होना भी अनिवार्य है। यदि इस प्रकार की अनियमितताएँ पाई जाती हैं, तो प्रशासन को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
परिवहन विभाग की भूमिका पर सवाल
यह सिर्फ स्कूल प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि परिवहन विभाग का भी कर्तव्य है कि वह स्कूल वैनों की नियमित जांच करें। नियमों के अनुसार, सभी स्कूल वैनों में सुरक्षा मानकों का पालन होना चाहिए। इनमें स्पीड गवर्नर, फायर एस्टिंग्विशर, और इमरजेंसी एग्जिट जैसे प्रावधान अनिवार्य हैं।