

बदायूं में ब्रह्मदेव मंदिर परिसर में नमाज पढ़ने का एक मामला तूल पकड़ता जा रहा है। जिससे एक शख्स नमाज पढ़ता हुआ दिखाई दिया। मामले की जानकारी के लिए पढ़िए पूरी खबर
नमाज अदा करता शख्स ( सोर्स - इंटरनेट )
बदायूं: जनपद के दातागंज कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत ब्रह्मदेव मंदिर परिसर में नमाज पढ़ने का एक वीडियो सामने आने के बाद मामला तूल पकड़ता जा रहा है। वायरल वीडियो में डहरपुर कलां गांव निवासी लगभग 60 वर्षीय अली मोहम्मद मंदिर परिसर में नमाज अदा करते हुए नजर आ रहे हैं। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया है, जिसके बाद हिंदू संगठनों ने इस पर आपत्ति जताते हुए कार्रवाई की मांग की।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता से मिली जानकारी के अनुसार, यह वीडियो 28 जून को गश्त पर निकले हेड कांस्टेबल सुरेंद्र कुमार और कांस्टेबल विश्वजीत सिंह को स्थानीय लोगों द्वारा दिखाया गया। पुलिस ने प्राथमिक जांच में पाया कि वीडियो लगभग दो से तीन महीने पुराना है। जांच आगे बढ़ी तो पता चला कि अली मोहम्मद पिछले 25 से 30 वर्षों से ब्रह्मदेव मंदिर परिसर में रह रहे हैं। वे मंदिर की नियमित साफ-सफाई करते हैं और गौसेवा में भी लगे हुए हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार, वह शांत स्वभाव के व्यक्ति हैं और मंदिर से गहराई से जुड़े हुए हैं।
हालांकि, वीडियो सामने आने के बाद कुछ हिंदू संगठनों ने इसे धार्मिक आस्था के खिलाफ बताते हुए विरोध जताया। संगठनों का कहना है कि किसी भी धार्मिक स्थल की मर्यादा का उल्लंघन नहीं होना चाहिए। उन्होंने अली मोहम्मद के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए अली मोहम्मद के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। फिलहाल पुलिस उनकी तलाश में जुटी है और उनका पता लगाने के लिए संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है।
बदायूं पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है और किसी भी स्थिति में कानून व्यवस्था भंग नहीं होने दी जाएगी। प्रशासन की ओर से कहा गया है कि सभी धर्मों का सम्मान किया जाना चाहिए, लेकिन सार्वजनिक धार्मिक स्थलों की गरिमा को भी बनाए रखना जरूरी है। जिससे समाज में शांति व्यवस्था बनी रहे और लोगों के मन में जो अपने धर्म के प्रति भावना है वो आहत ना हो।