

विजयादशमी के बाद दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन शांतिपूर्वक संपन्न हुआ। पुलिस और प्रशासन की सख्त निगरानी और चौकसी के कारण किसी भी अप्रिय घटना का सामना नहीं करना पड़ा। जिले में कुल 4432 मूर्तियों का विसर्जन हुआ, जिसमें से प्रत्येक विसर्जन स्थल पर थानावार पुलिस की तैनाती की गई थी।
गोरखपुर में दुर्गा विसर्जन कार्यक्रम
Gorakhpur: विजयादशमी के उपलक्ष्य में दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए जिले में इस साल सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रखी गई। पुलिस और प्रशासन के उच्च अधिकारियों की सतर्कता और निगरानी के कारण यह प्रक्रिया शांतिपूर्वक संपन्न हुई और किसी भी अप्रिय घटना का सामना नहीं करना पड़ा।
डाइनामाइट न्यूज़ संववाददाता के अनुसार, इस दौरान गोरखपुर जिले में कुल 4432 दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया।
गोरखपुर जिले में इस वर्ष कुल 4432 मूर्तियां स्थापित की गई थीं, जिनमें से 9 मूर्तियों का विसर्जन स्थायी रूप से नहीं होना था। नगर क्षेत्र में 1409, उत्तरी क्षेत्र में 1761 और दक्षिणी क्षेत्र में 1262 प्रतिमाएं स्थापित की गई थीं। इन प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए प्रशासन ने सभी क्षेत्रों में अलग-अलग सुरक्षा और निगरानी की व्यवस्था की थी।
प्रतिमा विसर्जन की प्रक्रिया के दौरान पुलिस ने थानावार तैनाती की व्यवस्था की थी, ताकि हर स्थल पर सक्रिय निगरानी रखी जा सके। प्रत्येक थाने से पुलिसकर्मी निर्धारित स्थानों पर तैनात थे और उनके द्वारा प्रतिमाओं के विसर्जन की गतिविधियों पर उच्च अधिकारियों की निगरानी रखी जाती थी। थानाध्यक्ष और सर्किल अफसर अपने-अपने क्षेत्रों से रिपोर्ट भेजते रहते थे, जिससे पूरे जिले की स्थिति पर नजर रखी जा सकी।
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गोरखपुर में विजयादशमी पर्व के बाद दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन को लेकर पूरे जिले में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रही। जनपद में कुल 4432 मूर्तियां स्थापित थीं। दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ।@Uppolice @diggorakhpur #Navratri2025 #Dussehra pic.twitter.com/8TkL0fgx3z
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) October 3, 2025
एसपी नगर अभिनव त्यागी, एसपी नार्थ जितेन्द्र कुमार श्रीवास्तव और एसपी साउथ जितेन्द्र कुमार ने अपने-अपने क्षेत्रों में सक्रिय रहते हुए विसर्जन प्रक्रिया की पल-पल की जानकारी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राज करन नय्यर को भेजी। एसपी स्तर पर लगातार रिपोर्टिंग के कारण किसी भी अप्रिय स्थिति को पैदा होने से पहले ही रोका जा सका।
गोरखपुर के राजघाट पर बनाए गए कृत्रिम तालाब में दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन किया जा रहा था। यहां नगर निगम और पुलिस अधिकारियों ने संयुक्त रूप से सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से निगरानी की। वरिष्ठ अधिकारियों ने मौके पर जाकर विसर्जन की पूरी प्रक्रिया की मॉनिटरिंग की, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोका जा सके।
जिला मजिस्ट्रेट दीपक मीणा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) राज करन नय्यर ने पूरे विसर्जन कार्य की निरंतर निगरानी की। उनके निर्देशन में प्रशासन और पुलिस की टीमों ने उच्च सतर्कता बरती, जिससे पूरे जिले में शांतिपूर्वक विसर्जन प्रक्रिया संपन्न हुई। उनकी निगरानी और सख्त कदमों के कारण किसी भी तरह की अप्रिय घटना नहीं घटी।
प्रशासन की सख्ती और सतर्कता के चलते जिले में दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन सकुशल संपन्न हुआ। किसी भी स्थान पर विवाद या अप्रिय घटना का सामना नहीं करना पड़ा और विजयादशमी के इस पर्व की खुशियां पूरे जिले में सुरक्षित रहीं। प्रशासन की इस कोशिश के कारण इस वर्ष दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन बेहद शांतिपूर्वक तरीके से संपन्न हुआ।