यहां के लोग नहीं करते रावण दहन, खुद को बताते हैं दशानन का वंशज, पढ़ें खास खबर
दशहरा पूरे देश में रावण दहन के रूप में मनाया जाता है, लेकिन गोधा श्रीमाली समाज दशहरे को शोक दिवस मानता है। यह समाज खुद को रावण का वंशज बताता है। रावण दहन के धुएं से स्नान और जनेऊ परिवर्तन की परंपरा निभाई जाती है।