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डंपर की रफ्तार 100 किमी से अधिक थी और उसमें भारी ओवरलोडिंग थी। चालक ने तेज मोड़ पर गाड़ी संभालने की कोशिश की, लेकिन नशे में होने के कारण वह नियंत्रण खो बैठा। इसी वजह से डंपर कार पर पलट गया। पुलिस फरार चालक की तलाश कर रही है।
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Saharanpur: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे पर शुक्रवार को भयावह सड़क हादसा हो गया। तेज रफ्तार से आ रहा बजरी से भरा डंपर अचानक अनियंत्रित होकर कार पर पलट गया। डंपर पर लदी पूरी बजरी भी कार पर गिर गई। इस दर्दनाक हादसे में 4 वर्षीय बच्चे समेत एक ही परिवार के 7 लोगों की मौत हो गई।
कैसे हुआ हादसा?
हादसा करीब सुबह 9:15 बजे गागलहेड़ी थाना क्षेत्र में हुआ। सैयद माजरा गांव का रहने वाला सैनी परिवार कार से गंगोह में अंतिम संस्कार में शामिल होने जा रहा था। जैसे ही कार गांव से लगभग 1 किलोमीटर बाहर हाईवे पर पहुंची, तभी देहरादून की ओर से आ रहा तेज रफ्तार डंपर अचानक बेकाबू होकर कार पर पलट गया। हादसा इतना भीषण था कि 5 फीट ऊंची कार 2 फीट में बदल गई और परिवार के सभी सदस्य अंदर ही दब गए।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, कार अचानक डंपर के सामने आ गई। चालक ने ब्रेक तो लगाए, लेकिन तेज रफ्तार और ओवरलोड होने की वजह से वाहन अनियंत्रित हो गया। कुछ सेकंड में ही डंपर कार को कुचलते हुए उस पर पलट गया। बताया जा रहा है कि डंपर चालक शराब के नशे में था। हादसे के तुरंत बाद वह मौके से फरार हो गया।
केवल एक व्यक्ति जिंदा निकला
कार और उस पर गिरी बजरी को हटाने के लिए तीन क्रेन बुलानी पड़ीं। वहीं बजरी हटाने में ग्रामीणों और पुलिस को घंटों मशक्कत करनी पड़ी। कार इतनी बुरी तरह दब चुकी थी कि अंदर फंसे लोग तड़पते रहे। बाद में कार की छत गैस कटर से काटकर शवों को बाहर निकाला गया। पुलिस के अनुसार सभी लोग कार में ही दबकर दम तोड़ चुके थे। जबकि एक सदस्य 24 वर्षीय संदीप जिंदा निकला, लेकिन अस्पताल ले जाते समय उसकी भी मौत हो गई।
एक ही परिवार के 7 लोग खत्म हो गए
परिवार गंगोह में संदीप के मामा के अंतिम संस्कार में शामिल होने जा रहा था। महेंद्र सैनी के दोनों बेटे प्रदीप और संदीप गुरुवार को ही मामा की तबीयत खराब होने पर मिलने गए थे। संदीप शुक्रवार सुबह बाकी परिजनों के साथ वापस गंगोह जा रहा था, तभी यह हादसा हो गया।
गांव में मातम, अलग-अलग स्थानों पर अंतिम संस्कार
इस हादसे ने सैयद माजरा गांव को गहरे शोक में डुबो दिया। संदीप और उसकी मां रानी का अंतिम संस्कार गांव में ही हुआ। जूली, उसके पति शेखर और बेटे अनिरुद्ध का अंतिम संस्कार हरिद्वार के चंगा मछली भगवानपुर में किया गया। उमेश सैनी का अंतिम संस्कार रावली हरिद्वार में हुआ। विपिन का अंतिम संस्कार दौलतपुर में हुआ।
ग्राम प्रधान बोले- डंपर ओवरलोड और तेज रफ्तार में था
ग्राम प्रधान ने बताया कि डंपर की रफ्तार 100 किमी से अधिक थी और उसमें भारी ओवरलोडिंग थी। चालक ने तेज मोड़ पर गाड़ी संभालने की कोशिश की, लेकिन नशे में होने के कारण वह नियंत्रण खो बैठा। इसी वजह से डंपर कार पर पलट गया। पुलिस फरार चालक की तलाश कर रही है और डंपर मालिक के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की तैयारी चल रही है।