

डेंटल मैटेरियल कोर्स में ज्योति ने कुल 65 थ्योरी कक्षाओं में से मात्र 5 अटेंड की थी। प्रैक्टिकल की 62 थ्योरी कक्षाओं में से मात्र 15 अटेंड की थी। वहीं, प्रीक्लिनिकल प्रोस्थोडॉन्टिक्स (पीसीपी) विषय में उसकी उपस्थिति थ्योरी में 17 और प्रैक्टिकल में 83 अटेंडेंस रहीं। शारदा यूनिवर्सिटी के अफसरों का कहना है कि ज्योति बहुत कम आती थीं।
ज्योति शर्मा का फाइल फोटो
Greater Noida News: शारदा यूनिवर्सिटी में हुए ज्योति शर्मा सुसाइड केस में एक बड़ा खुलासा हुआ है। ज्योति शर्मा की क्लास अटेंड की रिपोर्ट सामने आई है।
कितने दिन यूनिवर्सिटी गई थी ज्योति
डेंटल मैटेरियल कोर्स में ज्योति ने कुल 65 थ्योरी कक्षाओं में से मात्र 5 अटेंड की थी। प्रैक्टिकल की 62 थ्योरी कक्षाओं में से मात्र 15 अटेंड की थी। वहीं, प्रीक्लिनिकल प्रोस्थोडॉन्टिक्स (पीसीपी) विषय में उसकी उपस्थिति थ्योरी में 17 और प्रैक्टिकल में 83 अटेंडेंस रहीं। शारदा यूनिवर्सिटी के अफसरों का कहना है कि ज्योति बहुत कम आती थी।
इस मुद्दे पर ज्योति के भाई ने क्या कहा?
वहीं, इस मामले में भाई का कहना है कि ज्योति की तबीयत ठीक नहीं थी। जिसकी वजह से वह कम यूनिवर्सिटी गई थी। शारदा यूनिवर्सिटी के जिम्मेदारों ने यह भी बताया कि ज्योति ने प्रोजेक्ट बुक पर खुद साइन पर लिए थे। जिसकी वजह से उसको डांटा था। लेकिन भाई ने कहा कि उनकी बहन को मानसिक रूप से परेशान किया गया था। जिसकी वजह से उनकी बहन इस दुनिया में नहीं है।
सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा?
ग्रेटर नोएडा स्थित शारदा यूनिवर्सिटी की BDS छात्रा ज्योति शर्मा की आत्महत्या के मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने गंभीर रुख अपनाया है। शीर्ष अदालत ने इस घटना का संज्ञान लेते हुए शारदा यूनिवर्सिटी और आईआईटी खड़गपुर से छात्रों की आत्महत्याओं को लेकर विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। सोमवार को हुई सुनवाई के दौरान न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला और न्यायमूर्ति आर. महादेवन की खंडपीठ ने शिक्षा प्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए। पीठ ने टिप्पणी करते हुए कहा, "शिक्षा व्यवस्था में कुछ गड़बड़ है। यदि छात्र आत्महत्या जैसा चरम कदम उठा रहे हैं तो यह बेहद चिंताजनक है।"
सुसाइड से पहले ज्योति ने किसको किया था कॉल
छात्रा के कमरे से एक लैपटॉप, टैबलेट, मोबाइल फोन और निजी डायरी बरामद की गई है। इन सभी चीजों को फोरेंसिक साइंस लैब भेजा गया है। जिससे यह पता लगाया जा सके कि छात्रा की मानसिक स्थिति क्या थी और आत्महत्या से पहले उसने किससे संपर्क किया था।
सोशल मीडिया और चैट रिकॉर्ड खंगालने में जुटी पुलिस
छात्रा के मोबाइल की कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) निकलवाई जा चुकी है। इसके अलावा पुलिस की साइबर सेल छात्रा के सोशल मीडिया अकाउंट्स और वॉट्सऐप चैट्स की भी गहन जांच कर रही है, जिससे यह समझा जा सके कि सुसाइड करने से पहले वह किन-किन लोगों से बातचीत की थी। उसके बाद उन लोगों से भी पूछताछ की जाएगी।
सुसाइड नोट की हैंडराइटिंग की जांच शुरू
पुलिस को घटनास्थल से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है, जिसमें छात्रा ने मानसिक प्रताड़ना का ज़िक्र किया है। सुसाइड नोट की सत्यता की पुष्टि के लिए पुलिस ने एक टीम बनाई है जो छात्रा की हैंडराइटिंग का मिलान करेगी। इसके लिए स्कूल और अन्य निजी दस्तावेजों की हैंडराइटिंग सैंपल जुटाए जा रहे हैं।