

मुरादाबाद में भी व्यापारी संगठनों ने कड़ा विरोध दर्ज कराते हुए इन दोनों देशों के राष्ट्रपतियों के पुतले फूंके और उनके उत्पादों के बहिष्कार का ऐलान किया। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
व्यापारी संगठनों ने किया पुतला दहन ( सोर्स - रिपोर्टर )
मुरादाबाद: पाकिस्तान के समर्थन में खड़े होने पर तुर्किये और अजरबैजान के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। इसी क्रम में मुरादाबाद में भी व्यापारी संगठनों ने कड़ा विरोध दर्ज कराते हुए दोनों देशों के राष्ट्रपतियों के पुतले फूंके और उनके उत्पादों के बहिष्कार का ऐलान किया। दिल्ली-लखनऊ हाईवे स्थित इम्पीरियल तिराहे पर आयोजित इस विरोध प्रदर्शन का आयोजन स्वदेशी जागरण मंच के बैनर तले किया गया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, प्रदर्शन के दौरान व्यापारियों ने हाथों में 'बॉयकॉट तुर्किये', 'बॉयकॉट अजरबैजान' और 'स्वदेश अपनाओ – विदेश भगाओ' जैसे नारे लिखी तख्तियां ली हुई थीं। आक्रोशित व्यापारियों ने तुर्किये और अजरबैजान के राष्ट्राध्यक्षों के फोटो लगे पुतले सड़क पर रखकर जलाए और जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि जो देश भारत विरोधी और पाकिस्तान समर्थक रुख अपनाते हैं, उनके उत्पादों को भारत में स्थान नहीं मिलना चाहिए।
दोनों देशों के राष्ट्रपति के पुतले ( सोर्स - रिपोर्टर )
स्वदेशी जागरण मंच से जुड़े स्थानीय व्यापारी नेता अमित गर्ग ने कहा, “भारत की संप्रभुता और सुरक्षा को लेकर समझौता नहीं किया जा सकता। तुर्किये और अजरबैजान जैसे देश जब पाकिस्तान जैसे आतंकवाद पोषक देश का समर्थन करते हैं, तो यह सीधे भारत की अस्मिता पर हमला है। हम ऐसे देशों से आने वाले सामान का पूर्ण बहिष्कार करेंगे और देशवासियों से भी यही अपील करते हैं।”
प्रदर्शनकारियों ने सरकार से भी मांग की कि दोनों देशों से होने वाले आयात पर तुरंत प्रभाव से रोक लगाई जाए और भारतीय बाजार में मौजूद उनके उत्पादों को हटाया जाए। प्रदर्शन के दौरान लोगों में भारी उत्साह और आक्रोश दिखाई दिया। स्थानीय प्रशासन ने मौके पर पुलिस बल तैनात कर स्थिति को शांतिपूर्ण बनाए रखा।
व्यापारी संगठनों ने यह भी चेतावनी दी कि अगर केंद्र सरकार ने इन देशों के खिलाफ सख्त कदम नहीं उठाए, तो देशभर में व्यापक आंदोलन शुरू किया जाएगा। प्रदर्शन के बाद व्यापारियों ने मिलकर संकल्प लिया कि अब से वह केवल स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देंगे और विदेशी वस्तुओं का पूरी तरह बहिष्कार करेंगे। यह प्रदर्शन भारत की विदेश नीति और आर्थिक सुरक्षा को लेकर नागरिकों के बढ़ते सजगता और राष्ट्रहित के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।