

यह घटना 20 मई की रात हुई, जब बारात अलीगढ़ से आई थी और शादी की रस्में निभाई जा रही थी। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की यह रिपोर्ट
दूल्हा बग्गी में बैठा हुआ
मथुरा: उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के नौहझील थाना क्षेत्र में एक दलित लड़की की शादी में दबंगों द्वारा उत्पात मचाने की घटना सामने आई है। यह घटना 20 मई की रात हुई, जब बारात अलीगढ़ से आई थी और शादी की रस्में निभाई जा रही थी। डीजे पर बारातियों के नाचने के दौरान कुछ स्थानीय दबंगों ने बारात में बाधा डालने की कोशिश की, बारातियों से झगड़ा किया और दूल्हे को बग्घी से जबरन नीचे उतार दिया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में लिया। इसके बाद सुरक्षा के साए में शादी की सभी रस्में पूरी कराई गईं। शादी के बाद 21 मई की सुबह पुलिस ने दूल्हा-दुल्हन को सुरक्षित उनके घर अलीगढ़ पहुंचाया।
कैसे हुआ विवाद?
जानकारी के अनुसार, नौहझील थाना क्षेत्र के एक गांव में रहने वाली कल्पना की शादी तय हुई थी। अलीगढ़ से दूल्हा आकाश अपनी बारात लेकर गांव पहुंचा। बारात के स्वागत के दौरान डीजे पर बाराती नाच रहे थे। इसी दौरान कुछ दबंगों ने आपत्ति जताते हुए विवाद खड़ा कर दिया। देखते ही देखते यह विवाद झगड़े में बदल गया। आरोप है कि दबंगों ने दूल्हे आकाश को बग्घी से जबरदस्ती नीचे उतार दिया और बारातियों से मारपीट की।
पुलिस ने निभाई महत्वपूर्ण भूमिका
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने सूझबूझ से हालात को काबू में किया और दबंगों को वहां से हटाया। इसके बाद पुलिस की निगरानी में शादी की सभी रस्में संपन्न कराई गई। पुलिस ने दूल्हा-दुल्हन की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए उन्हें अगले दिन सकुशल उनके घर अलीगढ़ पहुंचाया।
पुलिस का बयान
एसपी देहात सुरेश चंद ने बताया कि पीड़ित पक्ष की ओर से अभी तक कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। अगर शिकायत मिलती है तो आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि पुलिस हर स्तर पर पीड़ित पक्ष को सुरक्षा और न्याय देने के लिए तत्पर है।
पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे मामले
यह पहली बार नहीं है जब उत्तर प्रदेश में दलित समुदाय की शादियों में इस तरह का भेदभाव और उत्पीड़न सामने आया हो। पूर्व में भी कई बार दलित दूल्हों की बारातों को लेकर दबंगों द्वारा हंगामा किया गया है। खासतौर पर जब दलित दूल्हे की बारात किसी उच्च जाति के व्यक्ति के घर के सामने से गुजरती है तो विवाद की स्थिति बन जाती है।