

बरनाहल विकासखंड के गांव पैरार शाहपुर में बुखार के प्रकोप से गांववाले दहशत में हैं। गांव में 250-300 के आसपास लोग बुखार की चपेट में हैं। गांव में एक महिला की मौत का दावा किया जा रहा है। गंभीर स्थिति में काफी संख्या में मरीजों को अस्पतालों में भी भर्ती कराया गया है। गांव में बड़ी संख्या में बुखार से पीड़ितों को उनके घर में ही इलाज किया जा रहा है। अधिकतर घरों में परिवार के कई-कई सदस्य फीवर की चपेट में हैं।
Mainpuri: मैनपुरी के बरनाहल विकासखंड के गांव पैरार शाहपुर में बुखार के प्रकोप से गांववाले दहशत में हैं। गांव में 250-300 के आसपास लोग बुखार की चपेट में हैं। गांव में एक महिला की मौत का दावा किया जा रहा है। गंभीर स्थिति में काफी संख्या में मरीजों को अस्पतालों में भी भर्ती कराया गया है। इतनी संख्या में बुखार फैलने की सूचना मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने कैंप लगाकर लोगों की जांच शुरू की है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने इसे वायरल फीवर करार दिया है।
हालांकि, प्राइवेट पैथोलॉजी रिपोर्ट्स अपनी जांच में डेंगू की पुष्टि कर रहे हैं। जिले के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि गांव में मेडिकल टीमों को लगाया गया है। गांववालों को जागरूक किया जा रहा और आवश्यक दवाइयां दी जा रहीं।
लोगों का घर अस्थायी अस्पताल में तब्दील
गांव में बड़ी संख्या में बुखार से पीड़ितों को उनके घर में ही इलाज किया जा रहा है। अधिकतर घरों में परिवार के कई-कई सदस्य फीवर की चपेट में हैं। इन लोगों को घरों में ही ड्रीप चढ़ रही है।
हालत नाजुक होने पर एक इटावा रेफर
60 वर्षीय ग्रामीण वीरेंद्र कुमार ने दावा किया कि उनको भी बुखार हुआ था। प्राइवेट डॉक्टर ने डेंगू की पुष्टि की थी। बुजुर्ग ने बताया कि उनको शुगर और ब्लड प्रेशर की भी समस्या है। उन्होंने दावा किया कि एक महिला की बुखार से मौत हो गई है जबकि एक अन्य महिला की हालत गंभीर होने पर इटावा रेफर कर दिया गया। ग्रामीणों का आरोप है कि गांव में साफ-सफाई की व्यवस्था ठीक नहीं है। गलियों में गंदगी और कचरा फैला हुआ है जिससे बीमारी फैल रही है।
झोला छाप डॉक्टर फैला रहे डेंगू का खौफ
बुखार से पीड़ित गांव के कई लोगों के पैथोलॉजी रिपोर्ट में डेंगू की पुष्टि हुई है। लेकिन स्वास्थ्य महकमा इसे खारिज कर वायरल फीवर फैलने का दावा कर रहा। मैनपुरी सीएमओ आर सी गुप्ता ने कहा कि प्राइवेट पैथोलॉजी रिपोर्ट सही नहीं है। यह लोग जांच सही नहीं कर रहे हैं। कुछ पैथोलॉजी पर कार्रवाई हुई है और कुछ जो गलत जांच दे रहे हैं उनके ऊपर भी कार्रवाई कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि गांव में प्राइवेट डॉक्टर और झोलाछाप लोगों को डेंगू का ख़ौफ़ दिखा रहे हैं। जबकि वायरल फीवर में भी प्लेटलेट्स गिरते हैं। प्लेटलेट्स गिरने का मतलब यह नहीं कि डेंगू ही है।
पैरार शाहपुर गांव में बड़ी संख्या में बुखार पीड़ितों की सूचना के बाद कैंप लगाकर इलाज किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि स्वास्थ्य टीम गांव में कैंप कर रही है, डेंगू जैसी कोई बात नहीं है, वायरल फीवर है जिसको टीम कवर कर रही है। गांव में स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र की टीम और जिले की टीम का लगातार मूवमेंट कर रही।