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लक्ष्मीपुर के एक इंटर कॉलेज में तीन दिवसीय स्काउट-गाइड प्रशिक्षण कैंप आयोजित हुआ। इसमें बच्चों को चरित्र निर्माण, नेतृत्व, प्राथमिक उपचार, कैंपिंग, अनुशासन, आपदा प्रबंधन और सामुदायिक सेवा जैसे महत्वपूर्ण कौशल सिखाए गए। कार्यक्रम में शिक्षकों और प्रशिक्षकों की सक्रिय भागीदारी रही।
तीन दिवसीय स्काउट-गाइड प्रशिक्षण कैंप का आयोजन
Maharajganj: महराजगंज जिले के लक्ष्मीपुर क्षेत्र स्थित एक इंटर कॉलेज में तीन दिवसीय स्काउट-गाइड प्रशिक्षण शिविर का आयोजन उत्साहपूर्वक संपन्न हुआ। इस प्रशिक्षण शिविर में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवाओं में चरित्र निर्माण, नेतृत्व क्षमता, अनुशासन, स्वास्थ्य जागरूकता और सामाजिक सेवा के भाव को मजबूत करना था।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, शिविर के पहले दिन स्काउट प्रशिक्षकों द्वारा विद्यार्थियों को स्काउट-गाइड की मूल अवधारणा, संगठन के उद्देश्यों और उसके व्यवहारिक उपयोग के बारे में बताया गया। छात्रों को बताया गया कि स्काउटिंग सिर्फ एक गतिविधि नहीं, बल्कि जीवन जीने की एक सकारात्मक पद्धति है, जो बच्चों में अनुशासन, संवेदनशीलता और सहयोग की भावना को विकसित करती है।
दूसरे दिन प्रशिक्षण में प्राथमिक उपचार (First Aid), गांठें बांधना, झंडा वंदन और टेंट लगाने जैसी महत्वपूर्ण गतिविधियों को शामिल किया गया। प्रशिक्षकों ने छात्रों को दुर्घटना या किसी आपदा की स्थिति में तुरंत मदद पहुंचाने की कला सिखाई। बच्चों ने रक्तस्राव रोकने, पट्टी बांधने, बेहोश व्यक्ति की मदद करने सहित कई उपयोगी तकनीकें सीखी। साथ ही, कैंपिंग के दौरान टीम वर्क, योजना निर्माण और जिम्मेदारी निभाने जैसे गुणों को भी समझाया गया।
तीसरे दिन छात्रों को आपदा प्रबंधन, मानसिक मजबूती और सामाजिक उत्तरदायित्व के बारे में जानकारी दी गई। प्रशिक्षकों ने बच्चों को बताया कि समाज में एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में उनकी क्या भूमिका हो सकती है। उन्हें आग, भूकंप, बाढ़ या अन्य आकस्मिक स्थितियों में खुद को सुरक्षित रखने और दूसरों की सहायता करने के तरीके बताए गए।
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स्कूल के प्रबंधक डॉ. ओमप्रकाश चौधरी ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे प्रशिक्षण से बच्चों में न केवल अनुशासन और रहन-सहन बल्कि गुरु-शिष्य संबंध की गरिमा भी बढ़ती है। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षकों ने बच्चों के शैक्षिक, सामाजिक और मानसिक विकास पर प्रभावी मार्गदर्शन दिया। साथ ही आपदा के समय स्व-रक्षा और दूसरों की सहायता कैसे करें, इसकी भी विस्तृत जानकारी दी गई।
ट्रेनरों के अनुसार, इस प्रशिक्षण का उद्देश्य युवाओं में नैतिक मूल्यों, अच्छे नागरिकत्व, आत्मनिर्भरता और सामाजिक सेवा की भावना का विकास करना है। उन्हें हस्तकला, स्वास्थ्य आदतें, जीवन कौशल तथा नेतृत्व क्षमता विकसित करने की प्रेरणा दी गई, ताकि वे भविष्य में समाज और राष्ट्र की सेवा के लिए तत्पर रहें।
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प्रशिक्षण कार्यक्रम में शशांक गुप्त (जिला स्काउट संगठन आयुक्त), देवानंद भारती, रितिक, रिया, श्याम जैस्वाल, आर. पी. चौधरी (प्रिंसिपल), सुरेंद्र, कृष्ण कुमार, योगेंद्र मिश्र, सीताराम समेत विद्यालय शिक्षक और छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। यह तीन दिवसीय आयोजन बच्चों के लिए अत्यंत प्रेरणादायी और उपयोगी साबित हुआ।