

नौतनवां तहसील क्षेत्र में मद्धेशिया वैश्य सेवा समिति की बैनामाशुदा भूमि पर धर्मशाला निर्माण कार्य को भू-माफियाओं ने बलपूर्वक रोक दिया। मारपीट, पत्थरबाजी और जान से मारने की धमकी तक दिए जाने के बाद समिति ने जिलाधिकारी से हस्तक्षेप कर अवैध कब्जे से भूमि मुक्त कराने और धर्मशाला निर्माण की मांग की है।
मद्धेशिया समाज ने सौंपा ज्ञापन
Maharajganj: महराजगंज जनपद के नौतनवां तहसील के परसौनी खुर्द गांव में मद्धेशिया वैश्य सेवा समिति की जमीन पर भू-माफियाओं की दबंगई का मामला सामने आया है। समिति ने वर्ष 1995 में विधिवत रजिस्ट्री कराकर बैनामाशुदा भूमि खरीदी थी, जिस पर समाज के सहयोग से एक सार्वजनिक धर्मशाला का निर्माण प्रस्तावित था। लेकिन हर बार जब भी निर्माण कार्य शुरू किया जाता है, स्थानीय दबंग और भू-माफिया किस्म के लोग मारपीट, गाली-गलौज और पत्थरबाजी कर निर्माण में बाधा उत्पन्न कर देते हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, समिति अध्यक्ष सनातन मद्धेशिया ने जिलाधिकारी को भेजे पत्र में आरोप लगाया है कि विपक्षी पक्ष के लोग न केवल लाठी-डंडों से हमला करते हैं बल्कि असलहा लहराते हुए जान से मारने की धमकी भी देते हैं। इतना ही नहीं, अपने घर की महिलाओं को आगे कर झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकी देकर समिति के पदाधिकारियों को डराया जाता है।
पीड़ित पक्ष का कहना है कि पूर्व में भी इस मामले की शिकायत तहसील व थाना नौतनवां में की गई थी लेकिन विपक्षियों की राजनीतिक पकड़ और दबंगई के चलते कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। जबकि तत्कालीन जिलाधिकारी के आदेश पर एसडीएम नौतनवां द्वारा कराई गई जांच में लेखपाल की रिपोर्ट ने स्पष्ट कर दिया था कि विवादित भूमि विपक्षियों की नहीं है और वे केवल गुंडागर्दी के बल पर अवैध कब्जा जमाए बैठे हैं।
समिति ने मांग की है कि जिलाधिकारी तत्काल हस्तक्षेप कर उक्त भूमि को भू-माफियाओं के कब्जे से मुक्त कराएं और समिति को शांतिपूर्ण कब्जा दिलाएं, ताकि समाजहित में सार्वजनिक धर्मशाला का निर्माण कार्य कराया जा सके। डीएम से मिलकर शिकायत करने वालो में किशोर मद्धेशिया, संजय गुप्ता, प्रेम मद्धेशिया, रमेश गुप्ता, अशोक गुप्ता, शतीश चंद मद्धेशिया समेत दर्जनों लोग मौजूद रहे।
गौरतलब है कि समिति अध्यक्ष सनातन मद्धेशिया द्वारा जिलाधिकारी को सौंपे शिकायती पत्र में बताया गया है कि जब भी समाज की ओर से निर्माण कार्य शुरू किया जाता है, तभी विपक्षी पक्ष के कुछ लोग मारपीट, गाली-गलौज, पत्थरबाजी और धमकी जैसे कृत्यों के माध्यम से काम रुकवा देते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि दबंग लोग असलहा लहराते हुए जान से मारने की धमकी तक देते हैं। साथ ही, समाज के पदाधिकारियों को डराने के लिए उनके खिलाफ झूठे मुकदमों में फंसाने की भी धमकियां दी जाती हैं।