

महराजगंज में गर्भवती पत्नी को जलाने वाला दरिंदा अभी भी पुलिस को गच्चा देकर फरारी काट रहा है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
फरेंदा थाना
महराजगंज: जनपद के फरेंदा थाना क्षेत्र के ग्राम सभा गनेशपुर में तीन दिन पहले घटी दर्दनाक घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है। जहां एक युवक ने आपसी विवाद के चलते अपनी आठ माह की गर्भवती पत्नी पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी थी। इस हृदयविदारक घटना के बाद भी आरोपी गोविंद उर्फ टल्लू पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार पति-पत्नी के बीच लंबे समय से आपसी कलह चल रही थी। रविवार की रात करीब 10:30 बजे विवाद ने उग्र रूप ले लिया और आरोपी ने अपनी गर्भवती पत्नी सुमन पर पेट्रोल डालकर आग के हवाले कर दिया। गंभीर रूप से झुलसी महिला को आनन-फानन में मेडिकल कॉलेज गोरखपुर ले जाया गया,जहां उसका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों ने ऑपरेशन के जरिए गर्भ में पल रहे शिशु को बाहर तो निकाल लिया, लेकिन नवजात की मौत हो गई।
घटना के तीन दिन बाद भी आरोपी की गिरफ्तारी न होने से पीड़िता के मायके पक्ष और ग्रामीणों में नाराजगी है। पुलिस प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया जा रहा है। सुमन के मायके वालों ने कहा कि आरोपी खुलेआम घूम रहा है, लेकिन पुलिस अभी तक उसे गिरफ्तार नहीं कर सकी है।
पुलिस का कहना है कि आरोपी की तलाश में कई स्थानों पर दबिश दी जा रही है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस जघन्य वारदात ने एक बार फिर घरेलू हिंसा और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।
यह था पूरा मामला
फरेंदा थाना क्षेत्र के ग्राम सभा गनेशपुर निवासी गोविंद रविवार रात करीब 10:30 बजे अपनी 8 माह की गर्भवती पत्नी सुमन पर आपसी विवाद के दौरान ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग के हवाले कर दिया। चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और किसी तरह आग बुझाई। गंभीर रूप से झुलसी सुमन को तत्काल मेडिकल कॉलेज गोरखपुर ले जाया गया, जहां वह अब भी जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रही है।
डॉक्टरों के अनुसार, पेट में पल रहे नवजात की मौत हो गई है, जिसे ऑपरेशन कर बाहर निकाला गया। यह घटना क्षेत्र में गहरी संवेदना और आक्रोश का कारण बन गई है।
मिली जानकारी के अनुसार आरोपी गोविंद पंजाब के लुधियाना में सिलाई का काम करता है, शादी के बाद से ही पति-पत्नी के बीच रिश्तों में तनाव था, जिसका मुख्य कारण एक-दूसरे पर अविश्वास और चरित्र पर संदेह बताया जा रहा है। 9 जून को गोविंद के पिता का निधन हुआ था, जिस सूचना पर वह गांव लौटा और दो दिन पहले पत्नी को ससुराल पोखरभिंडा (सेखुहनवां) से समझाकर घर लाया था। लेकिन घर लौटने के बाद दोनों के बीच फिर विवाद गहराया और अंततः यह दर्दनाक घटना सामने आई। पीड़िता का परिवार न्याय की मांग कर की है।