

जनपद के चर्चित महाव नाले का जिलाधिकारी ने स्थलीय निरीक्षण किया है। जानिए डाइनामाइट न्यूज पर पूरी खबर
निरीक्षण करते जिलाधिकारी
महराजगंज: जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने मंगलवार को महाव नाले का स्थलीय निरीक्षण किया और सफाई कार्यों की प्रगति का जायज़ा लिया। उन्होंने लगभग तीन किलोमीटर का जंगल क्षेत्र पैदल तय कर नाले की स्थिति और सिल्ट सफाई कार्यों की समीक्षा की।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि बरसात से पूर्व नाले की सफाई हर हाल में पूरी कर ली जाए। उन्होंने कहा कि जल प्रवाह को सुचारु बनाए रखने के लिए नाले में जमा सिल्ट को किनारे पर इकट्ठा करने के बजाय समान रूप से फैला दिया जाए, जिससे वह पुनः नाले में न लौट सके। साथ ही झाड़ियों और अन्य अवरोधों को भी पूरी तरह हटाने के निर्देश दिए गए, ताकि पानी का बहाव बाधित न हो।
एक्शन में महराजगंज के डीएम
➡️महाव नाले का किया स्थलीय निरीक्षण
➡️जिलाधिकारी किसी कीमत पर नहीं टूटने चाहिए बांध
➡️बाढ़ के दौरान ड्यूटी पर तैनात कर्मियों का बनेगी सूची#Maharajganj #DM @DmMaharajganj pic.twitter.com/tYI8I0qYbM— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) May 27, 2025
जंगल क्षेत्र में बनाए गए जल निकासी मार्गों (कट्स) का भी निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी ने डीएफओ को निर्देशित किया कि इन कट्स को और चौड़ा किया जाए, जिससे अधिक मात्रा में पानी जंगल की ओर प्रवाहित हो सके।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने ड्रोन कैमरे के माध्यम से महाव नाले की स्थिति का हवाई सर्वेक्षण भी किया। उन्होंने एसडीएम नौतनवा को सफाई कार्यों का नियमित पर्यवेक्षण करने और सिंचाई एवं वन विभाग के बीच समन्वय स्थापित कर समयबद्ध तरीके से कार्य पूर्ण कराने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि किसी भी स्थिति में नाले के तटबंध नहीं टूटने चाहिए। उन्होंने अधिशासी अभियंता को बाढ़ से संबंधित सभी कार्य शीघ्र पूर्ण करने का निर्देश दिया। तटबंधों पर आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के साथ-साथ संभावित बाढ़ के मद्देनजर कर्मचारियों की ड्यूटी सूची भी तैयार रखने को कहा।
इससे पूर्व अधिशासी अभियंता, सिंचाई खंड द्वितीय ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि महाव नाला 24 किमी लंबा है, जिसमें 15 किमी की सफाई सिंचाई विभाग एवं 9 किमी की सफाई वन विभाग द्वारा की जा रही है। अब तक लगभग 70% सफाई कार्य पूर्ण हो चुका है। यह नाला 690 हेक्टेयर जलग्रहण क्षेत्र को प्रभावित करता है और इससे 19 ग्राम पंचायतें प्रभावित होती हैं।
जनपद में तैनाती के बाद से ही जिलाधिकारी संतोष कुमार एक्शन मोड में नजर आ रहे जिससे जिले के अफसरों में भी खलबली मची हुई हैं।