

महराजगंज में खेत में पानी चलाने को लेकर दो पक्षों में खूनी संघर्ष का मामला सामने आया हैं। पढिये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट
घायल सुदामा
महराजगंज: स्थानीय थाना क्षेत्र के अंतर्गत धानी ब्लॉक की ग्रामसभा सिकंदरा जीतपुर टोला बरगदवा में खेत की सिंचाई को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि मामला मारपीट और लूटपाट तक पहुंच गया। घटना में एक बुजुर्ग किसान और उनके बेटे को लाठी-डंडों से बुरी तरह पीटा गया, जिससे दोनों को गंभीर चोटें आईं। साथ ही जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर अपमानित करने और जान से मारने की धमकी देने का भी आरोप है।
जानकारी के अनुसार, पीड़ित सुदामा पुत्र स्वर्गीय रामजस, निवासी धानी बरगदवा, अपने खेत की सिंचाई कर रहे थे। उनके द्वारा चलाए जा रहे पंप का पाइप रास्ते में उमाशंकर पुत्र कुंवारे के खेत से होकर गया था। इस बात पर उमाशंकर ने आपत्ति जताई और गाली-गलौज करते हुए कहा कि पाइप को हटा लो वरना उखाड़कर फेंक दिया जाएगा। पीड़ित ने निवेदन किया कि कुछ देर पानी चल जाने दिया जाए, उसके बाद पाइप हटा लिया जाएगा।
महराजगंज में बवाल
➡️खेत में पानी चलाने को लेकर दो पक्षों में खूनी संघर्ष
➡️बुजुर्ग और बेटे को लाठी-डंडों से पीटा
➡️जातिसूचक गालियों और लूटपाट का आरोप#Maharajganj #Clash pic.twitter.com/QCBvPyXcmE— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) June 28, 2025
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार आरोप है कि इसके बाद उमाशंकर ने पंप से पाइप निकालकर फेंक दिया। जब सुदामा इसकी शिकायत करने उमाशंकर के पास गए तो वहां विवाद और बढ़ गया। तभी उमाशंकर ने जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए गाली-गलौज शुरू कर दी और लाठी-डंडों से हमला कर दिया। शोर सुनकर जब पीड़ित का बेटा मौके पर पहुंचा, तो उसे भी बेरहमी से पीटा गया।
पीड़ित के अनुसार हमले में उमाशंकर के साथ दिनेश, गोलू, नितिन, विनोद और नीलू भी शामिल थीं। नीलू ने चाकू से हमला किया, जिससे पीड़ित के हाथ में गहरी चोट आई। मारपीट के दौरान पीड़ित के बेटे का मोबाइल और सोने की चेन भी छीन ली गई। इसके बाद सभी आरोपी जान से मारने की धमकी देकर मौके से फरार हो गए।
घटना के बाद घायल पिता-पुत्र जब तहरीर लेकर धानी चौकी पहुंचे, तो उन्हें बृजमनगंज थाना भेज दिया गया। लेकिन वहां भी उन्हें कोई स्पष्ट कार्यवाही नहीं मिली और अब वह न्याय की गुहार लगाते हुए इधर-उधर भटक रहे हैं। पीड़ित का कहना है कि पुलिस द्वारा अब तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई है और न ही आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई हुई है।