

यूपी के कासगंज जिले के पटियाली कोतवाली क्षेत्र के गांव दिउरईया में शुक्रवार रात एक बड़ी चोरी की वारदात सामने आई है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की ये रिपोर्ट
प्रतीकात्मक फोटो (सोर्स-इंटरनेट)
कासगंज: यूपी के कासगंज जिले के पटियाली कोतवाली क्षेत्र के गांव दिउरईया में शुक्रवार रात एक बड़ी चोरी की वारदात सामने आई है। यह घटना किसान नेता मूलचंद्र बघेल के घर पर हुई, जहां चोरों ने लाखों रुपये के सामान और नकदी पर हाथ साफ कर दिया। चौंकाने वाली बात यह है कि पीड़ित परिवार के अनुसार उनके घर से 5 मई को भतीजे की बरात जानी है, और इसी तैयारियों के बीच यह घटना घटी, जिससे परिवार पूरी तरह से स्तब्ध और आक्रोशित है।
क्या है पूरा मामला
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, शनिवार सुबह जब पीड़ित परिवार ने इस घटना की सूचना पटियाली पुलिस को दी तो पुलिस मौके पर जांच के लिए पहुंची। हालांकि पुलिस के देर से पहुंचने को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश फैल गया। इसी दौरान स्थिति और अधिक तनावपूर्ण हो गई जब ग्रामीणों और पुलिस के बीच कहासुनी शुरू हो गई। देखते ही देखते मामला हाथापाई तक पहुंच गया और कुछ उपद्रवियों ने पुलिस टीम पर पथराव शुरू कर दिया।
कार्रवाई शुरू
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आस-पास के थानों से अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने हालात को काबू में करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया और छह से अधिक ग्रामीणों को हिरासत में ले लिया गया। पुलिस ने इनके खिलाफ शांति भंग करने की धाराओं में कार्रवाई शुरू कर दी है। गांव में अभी भी तनाव की स्थिति बनी हुई है, जिसके मद्देनजर वहां पुलिस बल तैनात किया गया है।
किसान नेता मूलचंद्र बघेल और उनके परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने न सिर्फ घटना की रिपोर्ट दर्ज करने में देरी की, बल्कि उनके साथ दुर्व्यवहार भी किया। उन्होंने कहा कि पुलिस ने उनके घर में जबरन घुसकर मारपीट की और सामानों की भी तोड़फोड़ की। इस घटना से पूरे गांव में रोष है और लोग पुलिस के रवैये से नाखुश हैं।
निष्पक्ष जांच की जाएगी
इस मामले पर भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) स्वराज के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलदीप पांडेय ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने बताया कि उन्होंने खुद एसपी कासगंज अंकिता शर्मा से बात की है। एसपी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि न केवल चोरी की घटना की निष्पक्ष जांच की जाएगी बल्कि पुलिस द्वारा की गई कथित मारपीट और दुर्व्यवहार की भी जांच कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर पुलिस दोषी पाई जाती है तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस टीम मौके पर पहुंची
वहीं एसपी अंकिता शर्मा ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही सीओ और कोतवाली पुलिस टीम मौके पर पहुंची थी। इसी दौरान कुछ ग्रामीणों ने पुलिस के साथ धक्का-मुक्की शुरू कर दी और देखते ही देखते पथराव भी शुरू हो गया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। अब तक छह से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है और जांच की जा रही है।