

जालौन के कालपी में एक विधवा महिला और उसकी नाबालिग बेटी के साथ अन्याय का मामला। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
पीड़िता
जालौन: उत्तर प्रदेश के जालौन जिले के तहसील कालपी क्षेत्र के ग्राम बबीना में एक विधवा महिला और उसकी नाबालिग बेटी के साथ अन्याय का मामला सामने आया है। पीड़ित महिला मोहिनी सोनी पत्नी स्वर्गीय योगेंद्र सोनी ने पुलिस अधीक्षक (एसपी) के समक्ष शिकायती पत्र देकर अपनी परेशानी बताई।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, मोहिनी ने बताया कि वह एक असहाय विधवा महिला हैं और उनकी 8 वर्षीय नाबालिग बेटी के साथ जीवन यापन कर रही हैं। उनके पति की दो साल पहले कैंसर के कारण मृत्यु हो गई थी, जिसके इलाज में उनका सारा धन खर्च हो गया। अब उनके पास आजीविका का कोई साधन नहीं है और वह अपनी बेटी की पढ़ाई-लिखाई व पालन-पोषण के लिए संघर्ष कर रही हैं। वह भुखमरी की कगार पर हैं और मजबूरी में अपने मायके में रह रही हैं।
दबंगों पर लगाया ये आरोप
मोहिनी ने बताया कि उनके पति ने उनके लिए बबीना में गाटा संख्या 727/1 में एक प्लॉट खरीदा था, जिसकी रजिस्ट्री उनके पास है। इस प्लॉट पर वह अपने और अपनी बेटी के लिए घर बनवाना चाहती थीं, ताकि उनकी आजीविका और रहने की समस्या हल हो सके। प्लॉट की माप लेखपाल द्वारा पहले ही कराई जा चुकी थी और उसकी प्रति भी उनके पास है। लेकिन कुछ दबंग लोग, जिनमें अंकित शुक्ला, संजय सिंह, प्रेम शंकर द्विवेदी और होशियारी सिंह शामिल हैं, वो इस प्लॉट पर जबरन कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। ये लोग उनके निर्माण कार्य में बाधा डालते हैं, मजदूरों से गाली-गलौज करते हैं और जान से मारने की धमकी देते हैं। इसके अलावा, प्लॉट पर रखे सामान जैसे ईंट, सरिया आदि को तोड़-फोड़ कर नुकसान पहुंचाते हैं।
पुलिस नहीं कर रही कोई कार्रवाई
मोहिनी का कहना है कि इन दबंगों के पास न तो कोई कोर्ट का स्थगन आदेश है और न ही किसी उच्चाधिकारी का कोई प्रतिबंधात्मक आदेश। फिर भी, कदौरा थाने की पुलिस इन दबंगों के प्रभाव में आकर उनके निर्माण कार्य को रोक रही है। मोहिनी ने आरोप लगाया कि इन लोगों के पास उनके प्लॉट से संबंधित कोई आधिकारिक दस्तावेज नहीं है, जिसके आधार पर वे इस जमीन पर दावा कर सकें। इसके बावजूद, दबंग थाने की मदद से उन्हें डराने-धमकाने का प्रयास करते हैं, जिससे उनका मनोबल और बढ़ गया है।
इसके साथ ही पीड़ित महिला ने बताया कि उन्होंने कई बार कदौरा थाने में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की। उल्टा, उन्हें जेल में डालने की धमकी दी गई। डर के कारण मोहिनी ने निर्माण कार्य रोक दिया है। अब वह पूरी तरह से असहाय महसूस कर रही हैं और अपनी बेटी के भविष्य के लिए चिंतित हैं। उन्होंने पुलिस अधीक्षक से मांग की है कि दबंगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए, ताकि उन्हें उनका हक मिल सके और वह अपने प्लॉट पर निर्माण कार्य शुरू कर सकें।