

कोंच ब्लॉक में ग्राम विकास अधिकारी नरेंद्र सिंह पटेल के खिलाफ सफाई कर्मचारियों ने मोर्चा खोल दिया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
धरने पर बैठे सफाईकर्मी
जालौन: यूपी के जालौन जिले के कोंच ब्लॉक में ग्राम विकास अधिकारी नरेंद्र सिंह पटेल के खिलाफ सफाई कर्मचारियों ने मोर्चा खोल दिया है। कर्मचारियों ने सचिव पर अभद्र व्यवहार और अशोभनीय भाषा का उपयोग करने का गंभीर आरोप लगाया है। नाराज सफाई कर्मचारियों ने ब्लॉक कार्यालय परिसर में धरना शुरू कर दिया और सचिव के निलंबन की मांग की। इस घटना ने स्थानीय स्तर पर हड़कंप मचा दिया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, शासन के निर्देश पर कोंच विकास खंड के तत्वावधान में अभिलाषा पैलेस में लोकमाता अहिल्याबाई होलकर की त्रिशताब्दी जयंती का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में सफाई कर्मचारियों को स्वच्छता और अन्य व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। कर्मचारियों का आरोप है कि इस दौरान ग्राम विकास अधिकारी नरेंद्र सिंह पटेल ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया। उन्होंने न केवल अभद्र भाषा का प्रयोग किया, बल्कि कर्मचारियों को अपमानित करते हुए अशोभनीय टिप्पणियां भी कीं। इसके अलावा, सचिव ने कर्मचारियों को उनके मूल कार्यस्थल से हटाकर ग्रामों में प्रशिक्षण के लिए भेजने का आदेश दिया, जिससे कर्मचारियों में रोष और बढ़ गया।
गुस्साए कर्मचारियों ने शुरू किया धरना
वहीं गुस्साए सफाई कर्मचारियों ने इस व्यवहार के विरोध में ब्लॉक कार्यालय परिसर में धरना शुरू कर दिया। कर्मचारियों ने मांग की है कि नरेंद्र सिंह पटेल सार्वजनिक रूप से माफी मांगें और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद और जिला मंत्री आशीष ने मीडिया को बताया कि सचिव का व्यवहार अस्वीकार्य है। उन्होंने कहा कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। कर्मचारियों ने स्पष्ट किया कि वे तब तक धरने पर बैठे रहेंगे, जब तक सचिव को निलंबित नहीं किया जाता।
प्रदर्शन में शामिल हुए कई कर्मचारी
इस प्रदर्शन में रामसिंह, आदिवासी, दीपू पेंटर, मोहन सिंह, भगवान, छोटे, रामबाबू, रामजीवन, धीरज, धनीराम, मिथलेशी, पार्वती, आशा, मुकेश, महेंद्र कुमार, रामकिशुन, संजय, राजेश, बंटी, दुर्गेश, रामअवतार, भगवान सिंह और संतोष सहित कई कर्मचारी शामिल रहे। कर्मचारियों का कहना है कि वे अपनी मेहनत और समर्पण के साथ काम करते हैं, लेकिन इस तरह का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे। कर्मचारियों ने प्रशासन से त्वरित जांच और कार्रवाई की मांग की है।