रायबरेली में मात्र चार घंटे में महिला फरियादियों को मिला पट्टे का आवंटन

रायबरेली में मात्र चार घण्टे के अंदर तहसील दिवस पर महिला फरियादियों को पट्टे का आवंटन दिया गया। पढिये डाइनामाइट न्यूज़ की यह खबर

Post Published By: Rohit Goyal
Updated : 21 June 2025, 7:41 PM IST
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रायबरेली: जनपद में डलमऊ में आयोजित तहसील दिवस में जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने तहसील दिवस में आई दो महिला फरियादियो की समस्या को सुनकर मात्र चार घंटे में उनको आवासीय पट्टे का आवंटन उपजिलाधिकारी फरीद अहमद खान से करवाया।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार वृद्ध महिला रामकली पत्नी स्व. चौबेलाल निवासी थुलरई व निराश्रित महिला मंजू पत्नी कमलेश निवासी नरेंद्रपुर ,आज के दिन दोनों बेसहारा निराश्रित महिला समाधान दिवस में जिलाधिकारी के सामने अपनी समस्या लेकर आईं। फरियादियों की समस्या को सुनकर जिलाधिकारी के आदेश के बाद मात्र चार घंटे में पट्टा आवंटन प्रमाणपत्र उपजिलाधिकारी व तहसीलदार ने दिया। आवासीय पट्टा प्राप्त होने के बाद दोनों निराश्रित महिलाओं ने जिलाधिकारी के शतायु होने की कामना की।

डलमऊ समाधान दिवस में आईं 89 शिकायते

संपूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर डलमऊ में तहसील दिवस का आयोजन हुआ। जिलाधिकारी हर्षिता माथुर के सामने राजस्व,सड़क, सुरक्षा, स्वास्थ्य, राशन और पेंशन आदि से संबंधित शिकायतें आईं। जिसके निस्तारण के लिए उन्होंने संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया की समय से का समस्याओं गुणवत्तापूर्ण का निस्तारण कराएं। उनके सामने कुल 89 शिकायतें आई, जिनमें से 11 का तत्काल निस्तारण कर दिया गया। अन्य शिकायतों को संबंधित अधिकारियों को समय रहते निस्तारण करने का निर्देश दिया गया।

इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक डॉक्टर यशवीर सिंह, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ नवीन चंद्रा, उप जिलाधिकारी अहमद फरीद खान, सीईओ डलमऊ अरुण, तहसीलदार उमेश चंद्र सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री माटीकला ग्रामोद्योग रोजगार योजना के लाभ के लिये करें सम्पर्क

जिला ग्रामोद्योग अधिकारी संतोष कुमार गौतम ने बताया है कि प्रजापति समाज (मिट्टी का काम करने वाले) की आर्थिक स्थिति सुदृढ करने के लिए राज्य सरकार द्वारा राजस्व विभाग से मिट्टी निकालने हेतु प्राप्त पट्टा धारकों, परम्परागत कारीगरों (कुम्हारों) को आसान किस्तों में बैंकों के माध्यम से ऋण भी उपलब्ध कराया जायेगा। प्लास्टिक और थर्माकोल से बने पात्रो मे खाद्य वस्तुओं का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। तथा पर्यावरण के लिए भी नुकसान दायक है। जिसके लिए उ०प्र० सरकार भी प्लास्टिक का चलन रोकने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके स्थान पर मिट्टी के बर्तनो को बढ़ावा देने से प्रदूषण में कमी के साथ ही कुम्हारी कला से जुडे परिवारो की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।

खादी ग्रामोद्योग विभाग से माटीकला बोर्ड की ओर से शुरू की गयी मुख्यमंत्री माटीकला ग्रामोद्योग रोजगार योजना के तहत विभिन्न प्रकार के मिट्टी के बर्तन बनाने और बेचने का कार्य करने हेतु मु० 10.00 लाख रुपये तक का ऋण बैंक द्वारा दिलाया जाएगा। इसमें लाभार्थी को 5 प्रतिशत अंशदान स्वयं लगाना होगा तथा प्रोजेक्ट पर 95 प्रतिशत तक की धनराशि ऋण के रूप में बैंकों द्वारा स्वीकृत होगी। जिसमे कार्यशील पूंजी को छोड़कर शेष पूंजीगत ऋण धनराशि पर 25 प्रतिशत तक की धनराशि लाभार्थियों को मार्जिन मनी के रूप में अनुदान स्वरूप प्राप्त होगी। यह धनराशि तीन वर्ष बाद ऋण खाते मे कार्य करने की दशा में समायोजित होगी।

इच्छुक अभ्यर्थी महिला, पुरुष अपने निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, फोटो, शैक्षिक योग्यता आदि प्रपत्रों के साथ अपना आवेदन जिला ग्रामोद्योग कार्यालय पुरानी तहसील रायबरेली में कर सकते है। अधिक जानकारी हेतु जिला ग्रामोद्योग अधिकारी के मो0-7408410810 एवं आनंद कुमार के मो0-8318013131 पर सम्पर्क कर सकते है।

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