

महराजगंज में सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण को प्रशासन ने सख्ती से रोका। नायब तहसीलदार अंकित अग्रवाल के नेतृत्व में पुलिस और राजस्व विभाग की टीम ने 20 जुलाई को बड़ी कार्रवाई की। बार-बार चेतावनी के बावजूद निर्माण जारी रखने पर मुकदमा दर्ज किया गया है। इस कार्रवाई से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि सरकारी संपत्ति पर अवैध कब्जा बर्दाश्त नहीं होगा।
अवैध निर्माण पर कार्रवाई
Mahrajganj: महराजगंज के फरेन्दा तहसील के ग्राम फरेन्दा बुजुर्ग में सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण का साहस करने वाले को प्रशासन ने कड़ा सबक सिखाया है। रविवार को नायब तहसीलदार अंकित अग्रवाल के नेतृत्व में पुलिस और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम ने मौके पर धावा बोलकर अवैध निर्माण को तत्काल रुकवा दिया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, यह कार्रवाई ग्राम फरेन्दा बुजुर्ग में भीटा की सरकारी भूमि (गाटा संख्या 430, रकबा 0.004 हेक्टेयर) पर की गई, जहां ग्राम निवासी राम ललित पुत्र कल्पू द्वारा जबरन पक्का निर्माण कराया जा रहा था। वहीं इस कार्रवाई के बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। प्रशासन ने साफ कहा है कि सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा बर्दाश्त नहीं किया जाएगी।
पहले भी कई बार दी गई चेतावनी
जानकारी के अनुसार, राम ललित को प्रशासन ने पहले भी कई बार निर्माण कार्य रोकने की चेतावनी दी थी, लेकिन उसने इन हिदायतों को अनसुना कर निर्माण जारी रखा। आखिरकार, प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए 20 जुलाई को कार्रवाई की। नायब तहसीलदार अंकित अग्रवाल, क्षेत्रीय लेखपाल और स्थानीय पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। टीम ने देखा कि सरकारी भूमि पर पक्का निर्माण तेजी से चल रहा था। बिना देर किए, अधिकारियों ने मजदूरों को काम रोकने का आदेश दिया और निर्माण सामग्री को हटवाया। बता दें कि यह कार्रवाई बीते दिन रविवार को की गई है।
सरकारी अभिलेखों में दर्ज यह भूमि
प्रशासन ने स्पष्ट किया कि उक्त भूमि सरकारी अभिलेखों में दर्ज है और इस पर कोई भी निर्माण पूरी तरह अवैध है। नायब तहसीलदार के निर्देश पर राम ललित के खिलाफ स्थानीय थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया। इस कार्रवाई ने क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया। स्थानीय लोग इस सख्ती को देखकर हैरान रह गए।
सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा स्वीकार्य नहीं
नायब तहसीलदार अंकित अग्रवाल ने कहा, सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा या निर्माण किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे सरकारी संपत्ति का सम्मान करें और किसी भी अवैध गतिविधि से बचें, अन्यथा कठोर कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। इस कार्रवाई में ग्राम प्रधान, लेखपाल और पुलिस बल के साथ अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।