

जब शव की जेब से मिला एक कागज़ का टुकड़ा पुलिस के हाथ लगा, उस पर लिखा मोबाइल नंबर पूरे मामले को सुलझाने की पहली कड़ी बना। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
आस्था का फाइल फोटो
मेरठ: परतापुर थाना क्षेत्र के बहादरपुर गांव में गुरुवार सुबह रजवाहे में मिली सिर कटी लड़की की लाश ने पूरे जिले को झकझोर कर रख दिया। जब शव की जेब से मिला एक कागज़ का टुकड़ा पुलिस के हाथ लगा, उस पर लिखा मोबाइल नंबर पूरे मामले को सुलझाने की पहली कड़ी बना। इसी नंबर से शव की पहचान दादरी गांव निवासी 17 वर्षीय छात्रा आस्था उर्फ तनिष्का के रूप में हुई। फिर जो खुलासा हुआ, उसने रिश्तों को शर्मसार कर दिया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, एसएसपी विपिन ताडा ने शुक्रवार को प्रेसवार्ता में बताया कि छात्रा की हत्या किसी बाहरी ने नहीं बल्कि उसकी मां राकेश देवी ने की है। पूछताछ में राकेश देवी ने जुर्म कबूल करते हुए बताया कि उसकी बेटी का व्यवहार काफी समय से बिगड़ गया था। वह एक नाबालिग युवक से प्रेम करती थी और परिजनों के मना करने के बावजूद उससे शादी की जिद पर अड़ी थी।
मां-बेटी में हुआ था झगड़ा, फिर ली जान
बुधवार सुबह आस्था अपने प्रेमी से फोन पर बात कर रही थी। इसी बीच मां राकेश देवी ने मोबाइल छीन लिया। इस पर दोनों के बीच बहस और हाथापाई हुई। गुस्से में आस्था ने अपने छोटे भाई को थप्पड़ मार दिया क्योंकि वह मां का पक्ष ले रहा था। इस पर राकेश देवी का गुस्सा फूट पड़ा। उसने आस्था को जमीन पर गिराया और उसकी छाती पर बैठकर तब तक गला दबाया जब तक उसकी जान नहीं निकल गई। राकेश देवी ने खुद यह सारी जानकारी पुलिस को दी।
हत्या के बाद परिजनों ने रची साजिश, प्रेमी को फंसाने की कोशिश
आस्था की मौत के बाद राकेश देवी ने अपने पति रमेश, जो कि छत्तीसगढ़ के बीजापुर में तैनात हैं। अन्य परिजनों को सूचना दी। इसके बाद उन्होंने हत्या को छिपाने और आस्था के प्रेमी को फंसाने की साजिश रच डाली। मोहल्ले में यह अफवाह फैला दी गई कि आस्था अपने प्रेमी के साथ भाग गई है, लेकिन आस्था की जेब से मिला कागज़ जिसमें प्रेमी का मोबाइल नंबर लिखा था, ने सच्चाई को उजागर कर दिया। दरअसल, आस्था परिजन द्वारा बार-बार मोबाइल छीनने के चलते नंबर कागज पर लिखकर रखती थी और कभी-कभी सहेलियों से फोन लेकर बात करती थी।
हत्या में मां समेत छह गिरफ्तार, सिर की तलाश जारी
पुलिस जांच में सामने आया कि हत्या में मां राकेश देवी के अलावा उसके भाई कमल सिंह, समर सिंह, ममेरे भाई मंजीत उर्फ मोनू और एक नाबालिग शामिल थे। सभी को शुक्रवार को कोर्ट में पेश कर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया। जबकि नाबालिग को बाल संप्रेक्षण गृह भेजा गया है। मौसेरे भाई गौरव की तलाश जारी है। पुलिस की दो टीमें गंगनहर में छात्रा के कटे हुए सिर की तलाश में जुटी हैं। घटनास्थल से दरांती (हत्या में प्रयुक्त हथियार) और शव को फेंकने में इस्तेमाल की गई स्विफ्ट डिजायर कार को बरामद कर लिया गया है।
स्कूल और प्रेम की कहानी से खड़ा हुआ संघर्ष
आस्था ने सकौती के सूरजमल स्कूल से 11वीं पास की थी और 12वीं में दाखिला लिया था। करीब आठ महीने पहले उसकी इंस्टाग्राम पर पास के गांव के एक नाबालिग किशोर से दोस्ती हुई थी। किशोर अक्सर आस्था से मिलने दादरी स्थित घर आता था। 29 मई को भी ऐसा ही हुआ, जिससे घर में फिर विवाद हुआ। पुलिस ने इस हत्या के षड्यंत्र में पिता रमेश को भी आरोपी बनाया है। रमेश से पूछताछ के लिए सीआरपीएफ के अधिकारियों को पत्र भेजा जाएगा। फिलहाल पुलिस जांच में जुटी है और जल्द ही छात्रा के सिर की बरामदगी की उम्मीद जताई जा रही है।