

कांवड़ यात्रा के दौरान बढ़ती भीड़ को देखते हुए मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेसवे को वनवे कर दिया गया है और भारी वाहनों के संचालन पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है। 23 जुलाई 2025 तक कांवड़ मार्गों पर सभी वाहनों का प्रवेश वर्जित रहेगा। दिल्ली, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ और मुजफ्फरनगर से हरिद्वार और देहरादून जाने वालों के लिए वैकल्पिक रूट निर्धारित किए गए हैं।
कांवड़ यात्रा को लेकर ट्रैफिक अलर्ट
Meerut News: कांवड़ यात्रा के दौरान शिवभक्तों की लगातार बढ़ती संख्या को देखते हुए मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक व्यवस्था में बड़ा बदलाव किया गया है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुगम यात्रा सुनिश्चित करने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने 20 जुलाई 2025 से रूट डायवर्जन प्लान लागू कर दिया है। इसके तहत दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे को एकतरफा (वनवे) कर दिया गया है और भारी वाहनों जैसे ट्रक, बस, ट्रोला, ट्रैक्टर आदि के संचालन पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया गया है। हालांकि, हल्के वाहन जैसे कार और बाइक का संचालन मेरठ और दिल्ली की दिशा में यथावत जारी रहेगा।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, एसपी ट्रैफिक राघवेंद्र मिश्र ने जानकारी दी कि सभी संवेदनशील प्वाइंटों पर ट्रैफिक पुलिस की तैनाती कर दी गई है और एक्सप्रेसवे पर भारी व मध्यम वाहनों की आवाजाही पर पूरी तरह रोक लगाई गई है। इसके साथ ही 23 जुलाई 2025 तक गंगनहर पटरी (चौधरी चरण सिंह कांवड़ मार्ग) पर सभी प्रकार के वाहनों का संचालन पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। यह निर्णय शिवभक्तों की भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
वाहनों के लिए वैकल्पिक मार्ग
दिल्ली से देहरादून और हरिद्वार जाने वाले भारी व मध्यम वाहन अब गाजीपुर बॉर्डर से होकर एनएच-9 यूपी गेट, डासना इंटरचेंज (गाजियाबाद), पिलखुवा (हापुड़), निजामपुर तिराहा, हापुड़ बाईपास, ततारपुर तिराहा, टियाला अंडरपास होते हुए मेरठ के किठौर, परीक्षितगढ़, छोटा मवाना, बहसूमा, रामराज (मुजफ्फरनगर), मीरापुर, जानसठ, भोपा बाईपास, पचेंडा बाईपास, रोहाना, देवबंद (सहारनपुर) और आशारोड़ी चौकी के रास्ते देहरादून की ओर जाएंगे। इन्हीं मार्गों से वाहनों की वापसी भी होगी।
बिजनौर जाने वाले वाहनों के लिए मार्ग
गाजियाबाद से बिजनौर जाने वाले वाहन अब डासना इंटरचेंज से पिलखुवा, निजामपुर तिराहा, ततारपुर तिराहा, टियाला अंडरपास, किठौर, परीक्षितगढ़, बड़ा मवाना, बहसूमा, रामराज, मीरापुर होते हुए गंगा बैराज के रास्ते बिजनौर जाएंगे और इसी मार्ग से वापस लौटेंगे।
हरिद्वार/देहरादून जाने वाले वाहनों के लिए मार्ग
इन जिलों से आने वाले भारी व हल्के वाहन अब सिकंदराबाद (बुलंदशहर) से ईस्टर्न पेरिफेरल होते हुए डासना इंटरचेंज, पिलखुवा, हापुड़ बाईपास, ततारपुर, किठौर, बहसूमा, मीरापुर, भोपा बाईपास, पचेंडा बाईपास, रामपुर तिराहा, रोहाना, देवबंद, छुटमलपुर, बिहारीगढ़ होते हुए देहरादून और हरिद्वार पहुंचेंगे। हरिद्वार जाने वाले वाहन छुटमलपुर से भगवानपुर, रुड़की होकर हरिद्वार जाएंगे और वापसी भी इसी मार्ग से होगी।
एनएच-58 और कांवड़ पटरी मार्ग पर यातायात व्यवस्था
1. 23 जुलाई 2025 तक: चौधरी चरण सिंह मार्ग (गंग नहर पटरी) पर सभी प्रकार के वाहनों का संचालन पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा।
2. 20 जुलाई 2025 को: एनएच-58 की बायीं लेन पर हल्के वाहन (कार, बाइक) मेरठ-मुजफ्फरनगर-हरिद्वार दिशा में चलेंगे, जबकि दायीं लेन केवल हरिद्वार से लौट रहे कांवड़ियों के लिए आरक्षित रहेगी।
3. दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे: केवल हल्के वाहनों को अनुमति, भारी और मध्यम वाहन पूरी तरह प्रतिबंधित।