आखिरकार पकड़ा गया हापुड़ वालों का दुश्मन: आधी रात में करता था ऐसा काम, सैकड़ों लोगों और पुलिस की नींद की थी हराम

हापुड़ जिले में खौफ था ड्रोन उड़ाने वाले का, जिसकी वजह से सैकड़ों लोगों के बीच दहशत पैदा हो गई थी। अब पुलिस ने रात के अंधेरे में ड्रोन उड़ाने वाले युवक को दबोच लिया है। जानिए पुलिस के पकड़ने के बाद आरोपी ने क्या कहा?

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 27 July 2025, 1:30 PM IST
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Hapur News: हापुड़ जिले में पिछले कुछ दिनों से ड्रोन उड़ाने वाले गैंग ने लोगों के बीच दहशत बनाई हुई थी। अब इस मामले में पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। स्थानीय पुलिस ने रात के अंधेरे में संदिग्ध परिस्थितियों में ड्रोन उड़ाते हुए एक युवक को हिरासत में लिया है। शुरुआती पूछताछ में युवक ने इसे महज "शौकिया उड़ान" बताया, लेकिन पुलिस को आशंका है कि मामला किसी बड़े नेटवर्क से जुड़ा हो सकता है।

रात में उड़ता देखी गई ड्रोन की गतिविधि

घटना हापुड़ के एक रिहायशी इलाके की है, जहां स्थानीय लोगों ने रात के समय आसमान में उड़ते एक ड्रोन को देखा। लोगों को शक हुआ कि यह किसी सर्विलांस या आपराधिक गतिविधि का हिस्सा हो सकता है। तुरंत ही इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए इलाके को घेर लिया और ड्रोन की दिशा ट्रेस कर एक युवक को हिरासत में ले लिया।

पूछताछ में बताया- "शौक के लिए उड़ा रहा था ड्रोन"

हिरासत में लिए गए युवक ने पुलिस को बताया कि वह शौकिया तौर पर ड्रोन उड़ाता है और इससे पहले भी कई बार उड़ान भर चुका है। हालांकि, युवक के पास ड्रोन उड़ाने के वैध कागजात या किसी तरह की सरकारी अनुमति नहीं पाई गई।

पुलिस को बड़ी साजिश की आशंका

हालांकि, पुलिस केवल "शौकिया उड़ान" की थ्योरी को मानने को तैयार नहीं है। अधिकारियों का कहना है कि मामला संदिग्ध है क्योंकि ड्रोन उड़ाने का समय, स्थान और ढंग काफी असामान्य था। पुलिस को शक है कि यह किसी बड़े रैकेट का हिस्सा हो सकता है। जो सर्विलांस, तस्करी या अन्य आपराधिक गतिविधियों में ड्रोन का इस्तेमाल कर रहा हो। फिलहाल युवक से गहन पूछताछ जारी है।

सुरक्षा एजेंसियों को दी गई सूचना

ड्रोन से संबंधित संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस ने इस मामले की जानकारी खुफिया एजेंसियों और सायबर क्राइम सेल को भी दे दी है। ड्रोन को जब्त कर लिया गया है और उसकी तकनीकी जांच करवाई जा रही है कि उसमें कोई कैमरा या डेटा रिकॉर्डिंग सिस्टम तो नहीं है।

इलाके में सुरक्षा बढ़ाई गई

इस घटना के बाद इलाके में पुलिस गश्त और सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि ड्रोन उड़ाने से पहले DGCA (डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन) की अनुमति जरूरी होती है, खासकर रिहायशी और संवेदनशील इलाकों में यह जरूरी है।

Location : 
  • Hapur

Published : 
  • 27 July 2025, 1:30 PM IST