

उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने गोरखपुर में वाहन चोर गिरोह के सरगना को ब्राण्ड न्यू महिन्द्रा थार के साथ गिरफ्तार किया। चोरी की गई कार दिल्ली से उठाई गई थी और बेचने की फिराक में गोरखपुर लाया गया था।
सरगना त्रिपुरेश पाण्डेय
Gorakhpur: उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को आज यानी 1 अक्टूबर 2025 को बड़ी सफलता हाथ लगी जब वाहन चोर गिरोह के सरगना त्रिपुरेश पाण्डेय को एक न्यू महिन्द्रा थार वाहन समेत गोरखपुर से गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी उस वक्त हुई जब आरोपी अपने साथी के साथ चोरी की गई गाड़ी को बेचने की फिराक में पैडलेगंज-मोहद्दीपुर मार्ग पर खड़ा था।
एसटीएफ को लंबे समय से सक्रिय वाहन चोर गिरोह के संबंध में सूचनाएं मिल रही थीं, जिस पर एसटीएफ मुख्यालय ने प्रदेशभर की यूनिट्स को सतर्क करते हुए अभिसूचना संकलन और निगरानी के निर्देश दिए थे। इसी क्रम में एसटीएफ फील्ड इकाई गोरखपुर, पुलिस उपाधीक्षक धर्मेश कुमार शाही के पर्यवेक्षण और निरीक्षक सत्य प्रकाश सिंह के नेतृत्व में लगातार निगरानी रख रही थी।
विशेष सूचना मिलने पर आज बुधवार को करीब 1 बजे दोपहर, टीम ने पैडलेगंज से मोहद्दीपुर मार्ग पर घेराबंदी कर अभियुक्त त्रिपुरेश पाण्डेय को मौके से गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान उसका एक साथी रंजीत कुमार उर्फ मंगलेश गोस्वामी अंधेरे का लाभ उठाकर फरार हो गया, जिसकी तलाश की जा रही है।
नाम: त्रिपुरेश पाण्डेय
पिता का नाम: धर्मवीर पाण्डेय
निवासी: ग्राम टेकवार, थाना खजनी, जनपद गोरखपुर
एक चोरी की ब्राण्ड न्यू महिन्द्रा थार (काले रंग की)
एक मोबाइल फोन
एक आधार कार्ड
एक ड्राइविंग लाइसेंस
एक रूपे डेबिट कार्ड
चोरी की गई न्यू महिन्द्रा थार
पूछताछ के दौरान त्रिपुरेश पाण्डेय ने स्वीकार किया कि उसने अपने साथी रंजीत उर्फ मंगलेश गोस्वामी के साथ मिलकर दिल्ली के अशोक विहार स्थित महिन्द्रा शोरूम से यह गाड़ी चोरी की। उनके अनुसार रंजीत शोरूम में घुसकर एक गाड़ी की चाभी चुरा लाया, जिससे रिमोट के जरिए गाड़ी का लॉक खोला गया और वे दोनों वहां से फरार हो गए। चोरी की गई गाड़ी बिना नंबर प्लेट के थी।
त्रिपुरेश पाण्डेय के खिलाफ वर्ष 2017 से लेकर 2022 तक गोरखपुर व लखनऊ के विभिन्न थानों में कुल 12 मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें चोरी, धोखाधड़ी, साजिश, फर्जी दस्तावेज बनाना, धमकी देना और संगठित अपराध जैसी गंभीर धाराएं शामिल हैं। प्रमुख धाराएं: 379, 406, 411, 420, 506, 467, 468, 471 भा.द.वि. एवं यूपी गैंगस्टर एक्ट।
Gorakhpur: नकली दस्तावेजों से लाखों की ठगी करने वाला शातिर ऐसे आया गिरफ्त में
फरार अभियुक्त रंजीत कुमार उर्फ मंगलेश गोस्वामी पुत्र ठाकुर प्रसाद, निवासी सेमरी तरहर, थाना इकौना, जनपद श्रावस्ती का भी लंबा आपराधिक इतिहास है। उसके खिलाफ लखनऊ, बाराबंकी व श्रावस्ती के थानों में 12 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें 379, 411, 420, 467, 468, 471, 413, 414 भा.द.वि. व भारतीय तार अधिनियम व शासकीय गुप्त बात अधिनियम जैसी गंभीर धाराएं शामिल हैं।
Crime in Gorakhpur: शातिर चलते रहे जेबकतरी, प्रशासन देखता रहा तमाशा; चोरों का आतंक
गिरफ्तार अभियुक्त के खिलाफ थाना कैण्ट, जनपद गोरखपुर में मुकदमा अपराध संख्या 535/2025, धारा 317(2) बीएनएस में दर्ज किया गया है। अग्रिम विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।
एसटीएफ की यह कार्यवाही संगठित वाहन चोर गिरोह पर एक बड़ी चोट मानी जा रही है। यह गिरोह दिल्ली, लखनऊ और पूर्वांचल के अन्य शहरों में सक्रिय था, और लग्जरी वाहनों को निशाना बनाता था। फरार अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए प्रयास तेज कर दिए गए हैं।