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सहजनवा ब्लॉक में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही तब सामने आई जब अपर निदेशक स्वास्थ्य जयंत कुमार ने पाली सीएचसी का औचक निरीक्षण किया। अस्पताल में अव्यवस्था, अधूरी सुविधाएं और बेतरतीब रिकॉर्ड देखकर अधिकारी भड़क उठे। सबसे बड़ा खुलासा तब हुआ जब ‘आरोग्य मेला’ केवल कागज़ों में मिला, जमीन पर नहीं।
पाली सीएचसी का औचक निरीक्षण
Gorakhpur: सहजनवा ब्लॉक में स्वास्थ्य विभाग की कागज़ी व्यवस्था का भंडाफोड़ तब हुआ जब अपर निदेशक स्वास्थ्य जयंत कुमार ने बिना पूर्व सूचना दिए पाली ब्लॉक स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पाली ठर्रापार पर औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण शुरू होते ही पूरे अस्पताल परिसर में हड़कंप मच गया। अधिकारी अस्पताल के हर हिस्से में पहुंचे, यानी ओपीडी, लेबर रूम, शौचालय, रेन बसेरा, लैब, दवा वितरण कक्ष, रजिस्टर में, लेकिन जहां भी नजर डाली, लापरवाही और अव्यवस्था मिली।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, अस्पताल में बदहाल स्थिति देखकर अधिकारी नाराज हुए और स्पष्ट चेतावनी दी कि “काम समय पर पूरा करो, नहीं तो कड़ी कार्रवाई के लिए तैयार रहो।” लेकिन निरीक्षण का सबसे बड़ा खुलासा तो तब सामने आया जब टीम ने आरोग्य मंदिरों पर रविवार को आयोजित होने वाले आरोग्य मेलों की वास्तविकता जाननी चाही। कागज़ों में मेले आयोजन का दावा था, लेकिन मौके पर बिल्कुल अलग तस्वीर मिली।
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ग्रामीणों ने खुलकर बताया कि यहां कभी रविवार को मेला लगता ही नहीं। उनका कहना था कि स्वास्थ्य विभाग सिर्फ फाइलों में मेले दिखाकर अपनी रिपोर्ट चमकाता रहा है। ग्रामीणों के आरोपों ने साफ कर दिया कि पूरा सिस्टम झूठी रिपोर्टों पर चल रहा था।
निरीक्षण रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि आरोग्य मेलों से जुड़ी गतिविधियां महज कागज़ी खेल बन चुकी हैं। न स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध थीं, न स्टाफ की उपस्थिति, न मरीजों का रिकॉर्ड। इससे यह साबित हो गया कि स्वास्थ्य विभाग खानापूर्ति में लगा रहा, जबकि जमीन पर स्थिति बेहद खराब है।
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इस बीच, अपर निदेशक स्वास्थ्य ने एक और बड़ा खुलासा किया। उन्होंने बताया कि पाली, ठर्रापार, घघसरा बाजार और समधीया क्षेत्र में कई फर्जी, मानकविहीन अस्पताल और पैथोलॉजी सेंटर धड़ल्ले से संचालित हो रहे हैं। इसके लिए एक विशेष टीम गठित कर दी गई है, जो जल्द ही बड़े पैमाने पर छापेमारी और कार्रवाई करेगी।