

उत्तर प्रदेश में रेलवे सुरक्षा बल (जीआरपी) ने एक सराहनीय पहल करते हुए खोए हुए मोबाइलों को उनके असली मालिकों तक पहुंचाने का काम सफलतापूर्वक अंजाम दिया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
जीआरपी गोरखपुर की बड़ी सफलता
गोरखपुर: उत्तर प्रदेश में रेलवे सुरक्षा बल (जीआरपी) ने एक सराहनीय पहल करते हुए खोए हुए मोबाइलों को उनके असली मालिकों तक पहुंचाने का काम सफलतापूर्वक अंजाम दिया है। पुलिस अधीक्षक रेलवे गोरखपुर लक्ष्मी निवास मिश्र के निर्देशन में काम कर रही जीआरपी सर्विलांस टीम ने कुल 240 एंड्रॉयड मोबाइल फोन बरामद किए हैं, जिनकी अनुमानित कीमत करीब 35 लाख रुपये है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, पुलिस अधीक्षक रेलवे कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में एसपी लक्ष्मी निवास मिश्र ने बताया कि ये सभी मोबाइल वर्ष 2025 के मई माह तक अलग-अलग यात्रियों द्वारा खोए जाने की सूचना दी गई थी। जीआरपी की सर्विलांस शाखा की टीम ने इन मोबाइलों की लोकेशन ट्रैक की और देश के विभिन्न राज्यों दिल्ली, महाराष्ट्र, राजस्थान, झारखंड, बिहार, ओडिशा, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और पंजाब में जाकर मोबाइलों की बरामदगी की कार्रवाई को अंजाम दिया।
बरामद किए गए अधिकांश मोबाइलों की कीमत 35 से 40 हजार रुपये तक है, जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि कुल बरामद मोबाइलों की संयुक्त कीमत करीब 35 लाख रुपये तक पहुंचती है। यह उपलब्धि न केवल तकनीकी दक्षता का उदाहरण है, बल्कि पुलिस की तत्परता और यात्रियों की समस्याओं के प्रति उनकी संवेदनशीलता को भी दर्शाती है।
बरामद सभी मोबाइलों को जीआरपी कार्यालय गोरखपुर में एक कार्यक्रम आयोजित कर उनके असली मालिकों को सौंप दिया गया। अपना खोया हुआ कीमती मोबाइल पाकर सभी बेहद खुश और उत्साहित नजर आए। मोबाइल पाने वाले कई नागरिकों ने जीआरपी गोरखपुर और उनकी सर्विलांस टीम की प्रशंसा करते हुए कहा कि पुलिस का यह कदम आम जनता के प्रति उनकी जिम्मेदारी और ईमानदारी को दर्शाता है।
ऐसी कार्रवाई से न केवल पुलिस की छवि मजबूत होती है, बल्कि जनता में विश्वास भी बढ़ता है। जीआरपी गोरखपुर की यह पहल निश्चित रूप से अन्य पुलिस इकाइयों के लिए प्रेरणास्रोत है। बता दें कि, प्रदेश भर में चोर लगातार जनता को अपना निशाना बना रहे हैं। साथ ही लाखों की चोरी कर फरार हो रहे हैं। चोरी के बढ़ते मामलों को देखते हुए ही गोरखपुर में पुलिस ने यह सराहनीय काम किया है। पुलिस के काम की सभी प्रशंसा कर रहे हैं।