

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) गोरखपुर राज करन नय्यर ने जनपद के विभिन्न थानों में पंजीकृत गंभीर अपराधों में फरार चल रहे 8 अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए 25-25 हजार रुपये का पुरस्कार घोषित किया है। पढिए पूरी खबर
गोरखपुर: वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) गोरखपुर राज करन नय्यर ने जनपद के विभिन्न थानों में पंजीकृत गंभीर अपराधों में फरार चल रहे 8 अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए 25-25 हजार रुपये का पुरस्कार घोषित किया है। इन अपराधियों पर गोवध निवारण अधिनियम, पशु क्रूरता अधिनियम और यूपी गैंगस्टर एक्ट जैसे संगीन धाराओं में मामले दर्ज हैं।
पशु क्रूरता अधिनियम के तहत अपराध दर्ज...
जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने इनके खिलाफ अभियान तेज कर दिया है और आम जनता से भी सहयोग की अपील की है। पहला मामला थाना हरपुर बुदहट से है, जहां मुकदमा संख्या 137/2025 के तहत हनीफ पुत्र अजीज (निवासी घोटवा, गोरखपुर) पर गोवध निवारण अधिनियम और पशु क्रूरता अधिनियम के तहत अपराध दर्ज है। इसी तरह, थाना एम्स में मुकदमा संख्या 186/2025 में सतीश यादव पुत्र रामभजन यादव (निवासी हरिसेवकपुर, गोरखपुर) और तौसीफ आलम पुत्र गुलाम वारिस शेख (निवासी सेमरा हरदो, कुशीनगर) फरार हैं। दोनों पर भी गोवध और पशु क्रूरता से संबंधित धाराओं में मामले हैं।
यूपी गैंगस्टर एक्ट में फरार
थाना खोराबार में मुकदमा संख्या 514/2025 के तहत यूपी गैंगस्टर एक्ट में फरार अजय कुमार गौड़ पुत्र योगेंद्र गौड़ (निवासी लक्ष्मीपुर, कुशीनगर) और परवेज आलम पुत्र आलिम अली (निवासी बसहिया बनवीरपुर, कुशीनगर) पर इनाम घोषित किया गया है। वहीं, थाना बेलघाट में मुकदमा संख्या 260/2024 में इमरान अली पुत्र अफसर अली (निवासी खिजरपुर, रामपुर) फरार है। थाना गीडा में मुकदमा संख्या 158/2025 में यूपी गैंगस्टर एक्ट के तहत सिद्धू उर्फ सिंटू उर्फ वाशिद अली पुत्र खलील (निवासी बघरा, मुजफ्फरपुर) की तलाश है।
व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण
अंत में, थाना बेलीपार में मुकदमा संख्या 322/2024 में मुस्ताक अहमद पुत्र बहरुद्दीन शाह (निवासी अहिरौली, गोपालगंज, बिहार) पर गोवध और बीएनएस धाराओं में मामला दर्ज है। एसएसपी राज करन नय्यर ने स्पष्ट किया कि इन अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं। जनता से अपील है कि इनके बारे में कोई भी जानकारी तुरंत पुलिस को दें। सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा। यह कदम गोरखपुर में अपराध नियंत्रण और कानून-व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण है।