

सरकार के महत्वाकांक्षी अभियान ‘मिशन शक्ति 5.0’ के तहत महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन को मजबूत बनाने की दिशा में एक और कदम बढ़ाया गया। रैली में सैकड़ों महिला कांस्टेबल और अधिकारी बाइकों पर सवार होकर नारे लगाते हुए शहर भर में घूमीं, जिससे राहगीरों में उत्साह की लहर दौड़ गई। पढिए पूरी खबर
गोरखपुर: उत्तर प्रदेश सरकार के महत्वाकांक्षी अभियान 'मिशन शक्ति 5.0' के तहत महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन को मजबूत बनाने की दिशा में एक और कदम बढ़ाया गया। आज दोपहर गोरखपुर पुलिस लाइन से निकली महिला पुलिसकर्मियों की जोरदार बाइक रैली ने शहर की सड़कों पर साहस और जागरूकता का संदेश बिखेर दिया। इस रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना करने का सम्मान मिला पुलिस उपमहानिदेशक (डीआईजी) गोरखपुर पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) गोरखपुर को। रैली में सैकड़ों महिला कांस्टेबल और अधिकारी बाइकों पर सवार होकर नारे लगाते हुए शहर भर में घूमीं, जिससे राहगीरों में उत्साह की लहर दौड़ गई।
यूपी अपराधियों के लिए 'जेल का रास्ता' बन चुका
जानकारी के मुताबिक, यह रैली मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार पूरे प्रदेश में एक साथ निकाली गई। सीएम योगी ने कल ही लोकभवन में मिशन शक्ति 5.0 का औपचारिक शुभारंभ किया था, जहां उन्होंने साफ कहा कि 'महिलाओं का सम्मान हमारी संस्कृति का आधार है। , लेकिन अब यूपी अपराधियों के लिए 'जेल का रास्ता' बन चुका ही
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प
गोरखपुर में रैली का आयोजन पुलिस लाइन परिसर में हुआ, जहां डीआजी ने कहा, 'मिशन शक्ति सिर्फ अभियान नहीं, बल्कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प है। हम हर थाने में मिशन शक्ति केंद्र स्थापित कर चुके हैं।रैली में महिला पुलिसकर्मियों ने 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ', 'महिलाओं की सुरक्षा, सबकी जिम्मेदारी' जैसे नारे लगाए। शहर के प्रमुख चौराहों से गुजरते हुए रैली ने लोगों को सेल्फ डिफेंस, हेल्पलाइन नंबर (1090 और 112) और कानूनी अधिकारों के बारे में जागरूक किया। एक महिला कांस्टेबल ने बताया, 'हमारी बाइक रैली का मकसद है कि हर महिला बिना डरे सड़क पर चले। अपराधी अब डरते हैं। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक (शहर) अभिनव त्यागी, सहायक पुलिस अधीक्षक (लाइन) , क्षेत्राधिकारी (लाइन), प्रतिसार निरीक्षक और अन्य अधिकारी-कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम में मिशन शक्ति केंद्रों की एसओपी पुस्तिकाओं का वितरण भी किया गया
महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर लगाम
नवरात्रि के दौरान मंदिरों में विशेष सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी, पैदल गश्त बढ़ाई जाएगी और पीआरवी-112 वाहनों को सड़कों पर तैनात किया जाएग। मिशन शक्ति के पिछले चरणों में यूपी ने 98.80% निस्तारण दर के साथ देश में पहला स्थान हासिल किया है। आईटीएसएसओ पोर्टल के आंकड़ों से साबित होता है कि महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर लगाम लगी है। स्थानीय महिलाओं ने रैली का स्वागत किया और कहा कि यह अभियान उन्हें मजबूत बना रहा है।
योगी सरकार का यह कदम न सिर्फ महिलाओं को सशक्त कर रहा है, बल्कि पूरे समाज को एक नई दिशा दे रहा है। आने वाले दिनों में वीमेन फेस्ट, वर्किंग वुमन हॉस्टल और क्रेच जैसी सुविधाएं बढ़ेंगी। गोरखपुर की यह रैली मिशन शक्ति की सफलता की मिसाल बनी। अगर आप भी जुड़ना चाहें, तो नजदीकी थाने के मिशन शक्ति केंद्र से संपर्क करें। महिलाओं का सम्मान, यूपी का गौरव!