

आगामी पंचायत चुनाव की तैयारियों को लेकर भारत निर्वाचन आयोग ने बड़ा बदलाव किया है। इस बार मतदाता सूची तैयार करने की जिम्मेदारी आशा कार्यकर्ताओं और सफाई कर्मियों से हटाकर शिक्षामित्र, पंचायत मित्र और ग्राम सेवकों को सौंपी गई है।
Gorakhpur: आगामी पंचायत चुनाव की तैयारियों को लेकर भारत निर्वाचन आयोग ने बड़ा बदलाव किया है। इस बार मतदाता सूची तैयार करने की जिम्मेदारी आशा कार्यकर्ताओं और सफाई कर्मियों से हटाकर शिक्षामित्र, पंचायत मित्र और ग्राम सेवकों को सौंपी गई है।
इन कर्मियों को मानक आईडी जारी कर बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) के रूप में नियुक्त किया जाएगा। यह निर्णय शुक्रवार को तहसील सदर सभागार में 321 पिपराइच विधानसभा क्षेत्र के सुपरवाइजरों की बैठक में लिया गया। बैठक की अध्यक्षता अपर एसडीएम सदर एवं सहायक रजिस्ट्रार ऑफिसर (एआरओ) आरती साहू ने की।
डाइनामाइट न्यूज के अनुसार, बैठक में निर्देश दिए गए कि पंचायत चुनाव के लिए मतदाता सूची का सुधार और नए नाम जोड़ने की प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता और तेजी से की जाए। पहले आशा कार्यकर्ता और सफाई कर्मी इस कार्य में लगाए जाते थे, लेकिन अब उनकी जगह शिक्षामित्र, पंचायत मित्र और ग्राम सेवकों को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इस बदलाव का उद्देश्य आशा और सफाई कर्मियों को उनकी मूल जिम्मेदारियों, जैसे स्वास्थ्य सेवाएं और स्वच्छता कार्य, पर ध्यान केंद्रित करने का अवसर देना है। साथ ही, ग्राम स्तर पर कार्यरत शिक्षामित्र, पंचायत मित्र और ग्राम सेवकों के जरिए मतदाता सूची तैयार करने में अधिक पारदर्शिता और सुगमता लाने की कोशिश की जा रही है।
आगामी वर्ष में होने वाले पंचायत चुनाव की चर्चा जोरों पर है। इसके तहत प्रत्येक ग्राम सभा और उनके टोले-मजरों में रहने वाले पात्र मतदाताओं के नाम जोड़ने की प्रक्रिया शीघ्र शुरू होगी। बीएलओ के रूप में नियुक्त कर्मी घर-घर जाकर पात्र मतदाताओं का सत्यापन करेंगे और नई मतदाता सूची तैयार करेंगे। इस कार्य में सटीकता और समयबद्धता पर विशेष ध्यान दिया जाएगा ताकि कोई भी पात्र मतदाता सूची से वंचित न रहे।
बैठक में 321 पिपराइच विधानसभा के सुपरवाइजरों ने निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों की विस्तृत जानकारी प्राप्त की और मतदाता सूची सुधार की तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान नायब तहसीलदार पिपराइच/ईआरओ अरविंद नाथ पांडे और नायब तहसीलदार राकेश कुमार शुक्ला भी उपस्थित रहे।
निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुरूप, प्रशासन ने मतदाता सूची तैयार करने में पारदर्शिता, सटीकता और समयबद्धता को प्राथमिकता दी है। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यह कार्य अत्यंत गंभीरता और जिम्मेदारी के साथ किया जाएगा।
इसका लक्ष्य निष्पक्ष और व्यवस्थित पंचायत चुनाव सुनिश्चित करना है, जिसमें कोई भी पात्र मतदाता वोट देने से वंचित न हो। इस बदलाव से न केवल कार्य की गुणवत्ता में सुधार होगा, बल्कि ग्रामीण स्तर पर मतदाता सूची की प्रक्रिया भी अधिक प्रभावी होगी।