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बुलंदशहर में गैंगस्टर साजिद उर्फ चूमड़ा की अवैध कमाई से बने करीब 42 लाख रुपए के मकान को जिलाधिकारी ने कुर्क करने के आदेश जारी किए हैं। 51 आपराधिक मामलों में लिप्त साजिद वर्तमान में जेल में बंद है।
गैंगस्टर साजिद उर्फ चूमड़ा के घर पर ताला लगा
Bulandshahr: बुलंदशहर जिला प्रशासन ने गुरुवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए कुख्यात गैंगस्टर साजिद उर्फ चूमड़ा की करीब 42 लाख रुपये की अवैध संपत्ति कुर्क करने का आदेश जारी कर दिया। जिलाधिकारी के आदेश के अनुसार यह मकान अपराध से अर्जित धन से बनाया गया था, इसलिए इसे गैंगस्टर एक्ट के तहत जब्त किया जा रहा है। यह कार्रवाई बुलंदशहर पुलिस की विस्तृत जांच रिपोर्ट के आधार पर की गई है।
रिपोर्ट के बाद जिलाधिकारी ने लिया एक्शन
यह मकान थाना गुलावठी क्षेत्र के ग्राम भमरा में स्थित है। जहां साजिद ने लूट, चोरी और नकबजनी जैसी आपराधिक गतिविधियों से कमाए गए धन से निर्माण कराया था। पुलिस ने जांच के दौरान मकान का मूल्यांकन कराया, जिसमें इसकी कीमत लगभग 42 लाख रुपये आंकी गई। रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी गई, जिसके बाद उन्होंने तत्काल कुर्की के आदेश जारी कर दिए।
साजिद उर्फ चूमड़ा का इतिहास
साजिद उर्फ चूमड़ा की अपराध दुनिया में लंबी फाइल है। वह थाना गुलावठी का हिस्ट्रीशीटर अपराधी है और प्रदेश के कई जिलों में उसकी सक्रियता रही है। वर्तमान में वह बुलंदशहर जिला कारागार में बंद है और उसके खिलाफ कुल 51 मुकदमे दर्ज हैं, जो उसे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शातिर अपराधियों की सूची में शामिल करते हैं।
साजिद उर्फ चूमड़ा के खिलाफ कितने मुकदमे दर्ज?
इन 51 मुकदमों में 21 चोरी के मामले, 3 लूट, 11 नकबजनी और 3 पुलिस मुठभेड़ के मामले शामिल हैं। इसके अतिरिक्त उस पर गैंगस्टर अधिनियम के तहत 6 केस, अवैध शस्त्र बरामदगी के 4 मामले, चोरी के सामान की बरामदगी के 2 केस और 1 गौवध अधिनियम का मुकदमा भी दर्ज है।
अवैध संपत्ति पर शिकंजा
पुलिस का कहना है कि साजिद अपनी गैंग के साथ क्षेत्र में लंबे समय से अपराध करता आ रहा था और अपराध से मिली कमाई का उपयोग वह संपत्तियों और मकानों के निर्माण में करता था, जिससे धन के स्रोत को छिपाया जा सके। लेकिन पुलिस और खुफिया विभाग की संयुक्त कार्रवाई में उसके खिलाफ ठोस सबूत एकत्र किए गए, जिसके बाद उसकी अवैध संपत्ति पर शिकंजा कसना संभव हो पाया।
गौतमबुद्ध नगर, हापुड़ और गाजियाबाद जिलों में भी मुकदमा दर्ज
जांच में यह भी सामने आया कि साजिद की आपराधिक गतिविधियों का दायरा बुलंदशहर तक सीमित नहीं था। गौतमबुद्ध नगर, हापुड़ और गाजियाबाद जिलों में भी उसके खिलाफ गंभीर अपराधों के मामले दर्ज हैं। ऐसे में बुलंदशहर प्रशासन की यह कार्रवाई उसके गैंग और उसके नेटवर्क को बड़ा झटका मानी जा रही है।