

फतेहपुर जनपद के धाता थाना क्षेत्र के बछरौली गांव में जमीनी विवाद ने उग्र रूप ले लिया। इस विवाद में घायल हुए 65 वर्षीय शंकर लाल गुप्ता की उपचार के दौरान प्रयागराज में मौत हो गई। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
पुलिस ने किया अंतिम संस्कार
फतेहपुर : उत्तर प्रदेश के फतेहपुर से मानवता को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां इसी कड़ी में फतेहपुर जनपद के धाता थाना क्षेत्र (Dhata Police Station Area) के बछरौली गांव (Bachhrauli Village) में जमीनी विवाद ने उग्र रूप ले लिया। इस विवाद में घायल हुए 65 वर्षीय शंकर लाल गुप्ता की उपचार के दौरान प्रयागराज में मौत हो गई। परिजनों ने कार्रवाई न होने के विरोध में शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार, 26 अप्रैल की सुबह गांव के कमलेश गुप्ता व उसके रिश्तेदारों ने शंकर लाल के घर के पास गाली-गलौज शुरू की। बेटे रविकरन द्वारा विरोध करने पर आरोपियों ने लाठी-डंडों और ईंटों से हमला कर दिया। बचाव में आई पत्नी कौशल्या देवी और बेटा रविकरन भी गंभीर रूप से घायल हुए। सभी को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां से शंकर लाल को हालत नाजुक होने पर स्वरूप रानी अस्पताल प्रयागराज रेफर कर दिया गया था। इलाज के दौरान 10 मई को उनकी मौत हो गई।
शंकर लाल की मौत की खबर मिलते ही परिजन शव लेकर धाता थाने पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया। उन्होंने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की और अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया। थाना प्रभारी अंकुर कैथवास ने परिजनों को समझाने की कोशिश की, परंतु परिजन कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे। देर रात पुलिस ने बल प्रयोग कर शव का अंतिम संस्कार कराया।
पुलिस ने आश्वासन दिया कि आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा। थाना प्रभारी ने बताया कि शंकर लाल की मौत के बाद हत्या से संबंधित धाराएं बढ़ाते हुए मुकदमे को अपडेट किया गया है और आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
घटना के बाद गांव में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। परिजन अब भी निष्पक्ष कार्रवाई की मांग पर डटे हैं।
आज के समय में रिश्तों की कोई मान्यता नहीं है। कभी भी किसी की भी बेइज्जती कर दी जाती है। अब इस मामले से ये तो साफ है कि समाज में अच्छे लोग मर चुके हैं। इस मामले ने रिश्तों के सच से पर्दा उठा दिया है।