फरेंदा: प्राइवेट हॉस्पिटल बड़े डॉक्टरों के नाम पर संचालित, मरीज ऐसे हो रहे है गुमराह

महराजगंज के फंरेदा से अस्पताल की पोल खोलने वाला मामला सामने आया हैं। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: Rohit Goyal
Updated : 7 June 2025, 7:11 PM IST
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महराजगंज: फरेंदा कस्बे और आस-पास के क्षेत्रों में कई प्राइवेट अस्पताल बिना पर्याप्त चिकित्सा सुविधाओं और योग्य डॉक्टरों के चल रहे हैं। ये हॉस्पिटल बड़े-बड़े डॉक्टरों के नाम और उनकी तस्वीरों वाले होर्डिंग लगाकर आम जनता को भ्रमित कर रहे हैं।

असल में इनमें से कई डॉक्टर वहां मौजूद ही नहीं होते या फिर अस्पताल से उनका कोई सीधा संबंध नहीं होता।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार स्थानीय लोगों का कहना है कि बोर्ड देखकर वे इन अस्पतालों में इलाज कराने जाते हैं, लेकिन अंदर जाने के बाद न तो वहां विशेषज्ञ डॉक्टर मिलते हैं और न ही सही इलाज की गारंटी होती है। कुछ मामलों में इलाज के दौरान मरीजों की हालत और भी बिगड़ जाती है।

इस तरह के फर्जीवाड़े को लेकर स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। लोगों ने मांग की है कि ऐसे अस्पतालों की सख्त जांच की जाए और जो नियमों के विपरीत चल रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

फरेंदा कस्बे में इन दिनों कुछ प्राइवेट हॉस्पिटलों पर डॉक्टरों के बड़े-बड़े होर्डिंग लगे हुए हैं, जिनमें ‘शर्तिया इलाज’, ‘हर बीमारी का पक्का इलाज’ जैसे दावे किए जा रहे हैं। ये विज्ञापन भले ही आमजन को आकर्षित कर रहे हों, लेकिन हकीकत में ये इलाज मरीजों की जान पर भारी पड़ रहे हैं।

स्थानीय लोगों का कहना है कि इन हॉस्पिटलों के पास न तो कोई विशेष डिग्री है और न ही कुछ प्राइवेट हॉस्पिटलों के पास पंजीकरण। बावजूद इसके ये लोग खुलेआम इलाज कर रहे हैं और भारी भरकम फीस भी वसूलते हैं। कई मामलों में गलत इलाज के चलते मरीजों की हालत गंभीर हो गई, कुछ की मौत तक हो चुकी है।कुछ हॉस्पिटलों पर नर्सिंग होम एक्ट का उल्लंघन हो रहा है,लेकिन शिकायतों के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही। कुछ हॉस्पिटल मानक को भी नहीं पूरा कर रहे हैं।

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