

रक्षाबंधन त्योहार के मद्देनजर सहायक आयुक्त खाद्य द्वितीय डॉ. शैलेन्द्र प्रताप सिंह के निर्देशन में चलाए जा रहे अभियान के तहत तहसील नवाबगंज के मसौली क्षेत्र में नकली उत्पादों के कारखाने का का भंडाफोड़ हुआ। जांच में पाया गया कि एक्सपायर्ड तेल को भी नई बोतलों में पैक किया जा रहा था। टीम को 5 क्विंटल खुला नमक मिला, जिसे टाटा नमक के पैकेट में भरकर बाजार में बेचा जा रहा था। इसके अलावा तेजा और बेस्ट जैसे लोकल ब्रांड्स के रैपर भी मिले, जिन्हें फाड़कर टाटा ब्रांड में बदला जा रहा था।
छापेमारी करती खाद्य विभाग की टीम
Barabanki: बाराबंकी में रक्षाबंधन त्योहार के मद्देनजर सहायक आयुक्त खाद्य द्वितीय डॉ. शैलेन्द्र प्रताप सिंह के निर्देशन में चलाए जा रहे अभियान के तहत तहसील नवाबगंज के मसौली क्षेत्र में नकली उत्पादों के कारखाने का का भंडाफोड़ हुआ। थाना मसौली पुलिस के साथ खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने समृद्ध फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के परिसर में छापा मारा। मौके पर खुले सरसों के तेल को पतंजलि और फार्च्यून ब्रांड की बोतलों में भरकर बेचा जा रहा था।
जांच में पाया गया कि एक्सपायर्ड तेल को भी नई बोतलों में पैक किया जा रहा था। टीम को 5 क्विंटल खुला नमक मिला, जिसे टाटा नमक के पैकेट में भरकर बाजार में बेचा जा रहा था। इसके अलावा तेजा और बेस्ट जैसे लोकल ब्रांड्स के रैपर भी मिले, जिन्हें फाड़कर टाटा ब्रांड में बदला जा रहा था। सभी नमक के नमूने संग्रहित कर शेष नमक सीज कर दिया गया। छापे के दौरान हार्पिक, फेवीकोल, दंतकांति टूथपेस्ट और एवरयूथ फेस क्रीम जैसे नामी उत्पादों के नकली रैपर, भरी व खाली बोतलें भारी मात्रा में पाई गईं। पूछताछ में मौके पर मौजूद व्यक्ति ने अपना नाम मनोज कुमार वर्मा निवासी मसौली बताया। लेकिन जांच में पता चला कि यह फैक्ट्री रवि चौरसिया निवासी चौरी चौरा, गोरखपुर द्वारा संचालित की जा रही थी।
जांच में पाया गया कि एक्सपायर्ड तेल को भी नई बोतलों में पैक किया जा रहा था। टीम को 5 क्विंटल खुला नमक मिला, जिसे टाटा नमक के पैकेट में भरकर बाजार में बेचा जा रहा था। इसके अलावा तेजा और बेस्ट जैसे लोकल ब्रांड्स के रैपर भी मिले, जिन्हें फाड़कर टाटा ब्रांड में बदला जा रहा था। सभी नमक के नमूने संग्रहित कर शेष नमक सीज कर दिया गया। छापे के दौरान हार्पिक, फेवीकोल, दंतकांति टूथपेस्ट और एवरयूथ फेस क्रीम जैसे नामी उत्पादों के नकली रैपर, भरी व खाली बोतलें भारी मात्रा में पाई गईं। पूछताछ में मौके पर मौजूद व्यक्ति ने अपना नाम मनोज कुमार वर्मा निवासी मसौली बताया। लेकिन जांच में पता चला कि यह फैक्ट्री रवि चौरसिया निवासी चौरी चौरा, गोरखपुर द्वारा संचालित की जा रही थी।