

देहात में बिजली व्यवस्था इस कदर चरमराई है कि अब किसानों को बिजली घर पहुंचकर विरोध प्रदर्शन करना पड़ रहा है। पूरा मामला जानने के लिए पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
मुसीबत बनी बिजली व्यवस्था
कानपुर देहात: जिले में बिजली व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। सिकंदरा तहसील क्षेत्र के जगदीशपुर, सितौरा, अकारु सहित कई गांवों में बिजली की अनियमित आपूर्ति के कारण किसान और आमजन दोनों ही परेशान हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, भीषण गर्मी में जहां ग्रामीण बिजली के बिना बेहाल हैं, वहीं खेतों में खड़ी खरीफ की फसलें सूखने की कगार पर हैं।
धान की रोपाई पर संकट
यह समय खरीफ की फसलों जैसे धान, बाजरा और मक्का की बुवाई का है। जिसमें धान की रोपाई सबसे महत्वपूर्ण है। लेकिन बिजली की किल्लत के चलते ट्यूबवेल नहीं चल पा रहे, जिससे सिंचाई बाधित हो रही है। खेतों में पानी नहीं पहुंच पा रहा और किसान फसलों की रक्षा को लेकर बेहद चिंतित हैं।
किसान पहुंचे बिजली घर, किया विरोध प्रदर्शन
गुरुवार की रात को जगदीशपुर गांव के किसान अनुज सेंगर, अभिषेक सिंह, अनुज पाल सहित कई अन्य किसान न्यू झींझक बिजली घर पहुंचे और बिजली विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। उनका आरोप था कि बार-बार शिकायतों के बाद भी बिजली की आपूर्ति सुधारी नहीं जा रही, जिससे उन्हें भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है।
'इसी वजह से करते हैं आत्महत्या'
प्रदर्शन के दौरान एक किसान भावुक होकर फूट-फूट कर रो पड़ा। उसने कहा जब फसल बर्बाद हो जाती है, कर्ज सिर चढ़ जाता है और मदद नहीं मिलती... तो किसान के पास आत्महत्या के अलावा कोई रास्ता नहीं बचता। इस बयान ने वहां मौजूद सभी लोगों को झकझोर कर रख दिया।
लाइनमैन पर मनमानी के आरोप
किसानों ने यह भी आरोप लगाए कि विद्युत विभाग के लाइनमैन मनमानी करते हैं और कई बार शिकायत करने के बाद भी मौके पर नहीं आते। किसानों का कहना है कि विभागीय लापरवाही के कारण उन्हें यह दिन देखने पड़ रहे हैं।
पोल टूटने से हुई समस्या
इस संबंध में झींझक विद्युत जेई हरी प्रकाश ने बताया कि तीन दिन पहले एक विद्युत पोल टूट गया था। जिसकी शिकायत लाइनमैन ने दी थी। तत्काल नया पोल लगवाया गया है और कर्मचारियों को लगाकर विद्युत आपूर्ति को बहाल करने की कोशिश की जा रही है। जल्द ही स्थिति सामान्य कर दी जाएगी।