Barabanki News: औचक निरीक्षण पर जिला अस्पताल पहुंचे डिप्टी सीएम बृजेश पाठक, अव्यवस्थाएं देख हुए नाराज़

औचक निरीक्षण पर जिला अस्पताल पहुंचे डिप्टी सीएम बृजेश पाठक, अव्यवस्थाएं देख हुए नाराज़

Post Published By: Asmita Patel
Updated : 7 June 2025, 8:20 PM IST
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बाराबंकी: प्रभारी स्वास्थ्य मंत्री और प्रदेश के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक आज अचानक बाराबंकी जिला अस्पताल पहुंचे। उनकी इस अचानक यात्रा से अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, निरीक्षण के दौरान उन्होंने अस्पताल की व्यवस्था का बारीकी से अवलोकन किया और कई खामियों को देखकर नाराजगी जाहिर की।

अस्पताल में अव्यवस्थाओं की हुई पुष्टि

डिप्टी सीएम ने सबसे पहले ट्रामा सेंटर और इमरजेंसी वार्ड का निरीक्षण किया। यहां मरीजों से बातचीत कर उनकी स्थिति का जायजा लिया। कुछ मरीजों ने बताया कि उन्हें दवाएं समय पर नहीं मिल पा रही हैं। वहीं, अस्पताल के कई स्थानों पर गंदगी और साफ-सफाई की कमी नजर आई, जो उनकी नाराजगी का कारण बना। इस पर उन्होंने अस्पताल के कर्मचारियों को तुरंत साफ-सफाई और व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए।

अनुपस्थित डॉक्टर और व्यवस्था की कमजोर स्थिति

निरीक्षण के दौरान यह भी पता चला कि कई डॉक्टर ड्यूटी पर अनुपस्थित थे। अस्पताल का प्रबंधन भी कमजोर नजर आया, जिसमें स्टाफ का तालमेल भी नहीं था। यह देखकर डिप्टी सीएम ने अधिकारियों को फटकार लगाई और कहा कि अस्पताल जनता की सेवा का केंद्र है, यहां लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

अधिकारियों को कड़ी चेतावनी और सुधार के निर्देश

डिप्टी सीएम ने स्पष्ट कहा कि यदि भविष्य में भी कोई चूक पाई गई, तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सभी वार्डों में साफ-सफाई सुनिश्चित करने, दवाओं की उपलब्धता पर निगरानी रखने, डॉक्टरों और स्टाफ की ड्यूटी पर मौजूदगी का ध्यान रखने का निर्देश दिया। इसके साथ ही किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

अस्पताल में गंदगी और गैरमजदूरों का निरीक्षण

निरीक्षण के दौरान यह भी पाया गया कि अस्पताल परिसर में गंदगी फैली हुई थी। साथ ही, अस्पताल में ड्यूटी करने वाले कई चिकित्सक के बजाय गैरमजदूर काम कर रहे थे, जबकि प्रशिक्षणरत मेडिकल छात्र मरीजों की देखभाल कर रहे थे।

निरीक्षण का असर और आगे की योजना

बृजेश पाठक का यह चौथा औचक निरीक्षण है। इससे पहले भी वे समय-समय पर अस्पताल का जायजा ले चुके हैं। अब देखना यह है कि इस निरीक्षण के बाद अस्पताल की कार्यशैली में सुधार होता है या नहीं।

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