

अलीगढ़ जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने एक बार फिर सामाजिक तनाव और कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की ये रिपोर्ट
दलित युवक को बेरहमी से पिटा (सोर्स-रिपोर्टर)
अलीगढ़: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने एक बार फिर सामाजिक तनाव और कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। लोधा थाना क्षेत्र के चिकवती हाईवे रोड पर जय भीम का नारा लगाने पर दलित समुदाय के एक युवक के साथ बेहद अमानवीय व्यवहार किया गया। आरोप है कि ठाकुर समुदाय के करीब एक दर्जन लोगों ने इस युवक को बीच सड़क पर नंगा कर लाठी-डंडों से बेरहमी से पीटा।
युवक गंभीर रूप से घायल
डाइनामाट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, प्रत्यक्षदर्शियों और वायरल हो रहे वीडियो के मुताबिक दलित युवक को सड़क पर फेंक दिया गया और लगातार लाठी-डंडों से पीटा गया। पिटाई इतनी बेरहमी से की गई कि युवक गंभीर रूप से घायल हो गया और उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि लाठी-डंडों से लैस भीड़ ने युवक को नंगा करके सड़क पर घसीटा और बुरी तरह पीटा। घटनास्थल पर भीड़ जमा होने के बावजूद किसी ने युवक को बचाने की कोशिश नहीं की, बल्कि कई लोग तमाशबीन बने रहे।
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिससे लोगों में गुस्से और आक्रोश की लहर फैल गई है। वीडियो वायरल होते ही दलित समुदाय के संगठनों ने घटना की कड़ी निंदा की है और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस पर भी उठे सवाल
हालांकि, इस पूरे मामले में सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल दलित युवक को अस्पताल ले जाने के बजाय थाने में बंद कर दिया। इससे पुलिस की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। स्थानीय लोगों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया है और निष्पक्ष जांच की मांग की है।
सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग
पीड़ित पक्ष के मुताबिक जय भीम बोलना उसकी गलती थी, जिससे नाराज होकर ठाकुर समुदाय के कुछ लोगों ने उस पर हमला कर दिया। घटना के बाद से इलाके में तनाव का माहौल है। दलित संगठनों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने प्रशासन से मांग की है कि दोषियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। इसके साथ ही पीड़ित को न्याय दिलाने और पुलिस के रवैये की जांच की भी मांग की जा रही है।
जांच जारी
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने मामले का संज्ञान लिया है और जांच के आदेश दिए हैं। प्रशासन ने दावा किया है कि वीडियो की जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही अगर पुलिसकर्मियों की ओर से लापरवाही या पक्षपात पाया गया तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी। फिलहाल घायल युवक अस्पताल में भर्ती है। जहां उसका इलाज चल रहा है। उसका बयान दर्ज किया जा रहा है, ताकि घटना की पूरी सच्चाई सामने आ सके।